बिहार: देश के लिए एक बार फिर बिहार नजीर साबित हुआ है। सरकारी भवनों की छतों पर सोलर प्लेट लगाने की बिहार मॉडल की केन्द्र सरकार ने तारीफ की है। वहीं अब केन्द्र सरकार ने बिहार में चल रही इस योजना को पूरे देश में लागू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए केंद्र सरकार ने राज्यों को आवश्यक निर्देश दिया है। गौरतलब है कि बिहार में जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत सरकारी भवनों की छतों पर सोलर प्लेट लगाए जा रहे हैं। ब्रेडा की ओर से कुल साढ़े छह हजार सरकारी भवनों में सोलर प्लेट लगाने की योजना पर काम चल रहा है। अगले दो वर्षों में राज्य के सभी सरकारी भवनों की छतों पर सोलर प्लेट लग जाएंगे। राज्य में अभी सरकारी भवनों की छतों पर लगे सोलर प्लेट लगने से 20 मेगावाट बिजली उत्पादित हो रही है। अभी जितने भवनों में सोलर प्लेट लग रहे हैं, उससे और 20 मेगावाट बिजली निकट भविष्य में उत्पादित होने लगेगी।
बाकी बचे भवनों पर सोलर प्लेट लगने से लगभग 25 मेगावाट अतिरिक्त बिजली उत्पादित होगी। पिछले दिनों नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने देश भर के ऊर्जा अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में बिहार से ब्रेडा (बिहार रिन्यूएबल इनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी) के वरीय अधिकारी शामिल हुए। मंत्रालय के सचिव भूपिन्दर सिंह भल्ला ने छतों पर लग रहे सोलर प्लेट योजना की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने बिहार में चल रही योजना की विस्तृत जानकारी ली। बिहार के अधिकारियों ने बताया कि राज्य के सभी सरकारी भवनों की छतों पर सोलर प्लेट लगाए जा रहे हैं। सचिव ने बिहार सरकार की इस पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा की और देश के अन्य राज्यों को कहा कि वह बिहार की इस योजना का अनुसरण करे। उन्होंने सभी राज्यों को कहा कि वे भी अपने यहां सरकारी भवनों की छतों पर सोलर प्लेट लगाएं ताकि उस संस्थान की जरूरतों को सोलर बिजली से पूरा किया जा सके।