पूर्णिया : प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की भूमिका में हमेशा प्रधानाध्यापिका कुमारी मंजू देखी गईं, यह इस क्षेत्र के लिए हमेशा ही सौभाग्य वाला रहा। उक्त बातें प्रखंड के डुमरी प्लस टू विद्यालय में प्रधानाध्यापिका कुमारी मंजू की विदाई समारोह में पैक्स अध्यक्ष कैलाश भारती उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान विदाई समारोह में ग्रामीण सहित सभी शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं भावुक हो गए तथा उन्हें भावभिना विदाई दी गई इस समारोह का आयोजन विद्यालय प्रांगण में किया गया था तथा समारोह की अध्यक्षता नव प्रभारी प्रधानाध्यापक दुर्गेश कुमार ने की, जबकि मंच संचालन पैक्स अध्यक्ष कैलाश भारती ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ सबसे पहले प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले के तैल-चित्र पर फूलमाला चढ़ाकर श्रद्धांजलि देकर किया गया। सभी लोगों ने विदा ले रहीं प्रधानाध्यापिका कुमारी मंजू देवी अंगवस्त्र, अभिनंदन-पत्र, बुके, आदि देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर पैक्स अध्यक्ष कैलाश भारती ने कहा कि प्रधानाध्यापिका कुमारी मंजू प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की भूमिका में हमेशा रहीं। 11 वर्षों तक लगातार इस विद्यालय में सेवा देती आयीं, आजतक किसी को शिकायत का मौका नहीं दी हैं।
सरकारी नौकरी में तो विदाई होती ही रहती है। उनसे हमेशा ही सबको प्यार एवं स्नेह सभी को मिलता रहा। चाहे वह ग्रामीण हों, या फिर छात्र-छात्राएं या फिर शिक्षक, सबकी चहेता बनकर रहीं। शिक्षा ही उनका मूल उद्देश्य बना रहा।
इसके लिए वे पूरे विद्यालय की ओर से उन्हें वे बधाई देते हैं इसके अलावा नव प्रभारी प्रधानाध्यापक दुर्गेश कुमार, अध्यक्ष कैलाश भारती, सरपंच शिवकुमार यादव, जद्यू के वरिष्ठ नेता सखीचंद मंडल, सामाजिक कार्यकर्ता संजय समदर्शी, शिक्षक शाहिल फिरतौश, नागेश्वर प्रसाद, मो इंतेखाब गनी, उपमुखिया विनोद यादव, मुकेश कुमार, सुबोध दास, पप्पू पासवान, अनिल कुमार, नरेंद्र कुमार निराला, सोनू प्रिया, दिनेश कुमार, राहुल कुमार, जेपी महतो, मो अकरम सहित अन्य ने भी संबोधित किया तथा उनके द्वारा विद्यालय के लिए किये गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वास्तव में वह प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई फुले की भूमिका में नज़र आती रहीं। मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।