सहरसा/अजय कुमार : जिले में भी साइबर अपराधियों द्वारा ऑनलाइन ठगी की घटना को अंजाम दिया रहा है। जिसमें छत्तीसगढ़ से संचालित महादेव बुक खेल एप के माध्यम से जिले में भी साइबर अपराधी लोगों को चूना लगा रहे हैं। वे लोग ऑनलाइन आईडी एवं अकाउंट खोलकर व्हाट्सएप एवं टेलीग्राम के माध्यम से गेम खेलने के नाम पर उनसे धोखाधड़ी कर उनका पैसा गबन किया जा रहा है।
इस सिलसिले में जिले में भी 3 अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। जिसके पास से चार मोबाइल, दो एटीएम कार्ड, तीन पासबुक, 5 सिम, एक वाई-फाई राउटर तथा तीन चार चक्का वाहन बरामद किया है। उक्त जानकारी साइबर थाना पुलिस उपाधीक्षक अजीत कुमार ने रविवार को थाने में आयोजित प्रेस वार्ता कर दी।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार शनिवार की संध्या सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया। उसी क्रम में कुछ युवक जमुनिया की तरफ से तीन चार चक्का वाहन से काशनगर की ओर जा रहा है।जो सभी साइबर अपराधी है। उक्त सूचना के सत्यापन हेतु कोपा चौक के पास वाहन चेकिंग लगाया गया तो मौरा चौक की तरफ से तीन चार चक्का वाहन आ रहा था। जिसे रुकने हेतु इशारा करने पर यह लोग भागने का प्रयास करने लगे। जिसे कड़ी मशक्कत से पुलिस के सहयोग से रोका गया तथा उक्त पकड़े गए तीनों व्यक्ति की तलाशी देने पर उनके पास से उक्त सभी सामान बरामद किया गया।
उन्होंने बताया कि वही मोबाइल जांच करने पर पता चला इनके द्वारा ऑनलाइन गेमिंग लिंक बनाकर लोगों से ऑनलाइन फ्रॉड किया जाता है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए अपराधियों से पांच सिम प्राप्त किए गए हैं। जो इनमें से किसी के नाम से भी रजिस्टर्ड नहीं है।
वही पूछताछ करने पर उन लोगों ने बताया कि यह लोग उसे गेम के माध्यम से लोग लालच देकर अधिक पैसा लगाने के लिए प्रेरित किया जाता है एवं प्राइवेट बैंक में खाता खोलकर उसे अकाउंट से पैसे की निकासी की जा रही है। मोबाइल में एक दिन में ₹100000 से अधिक का कई बार लेनदेन किया गया है।
इस प्रकार इन लोगों द्वारा अब तक करोड़ों रुपए का हेरा फेरी कर लोगों को चूना लगाया गया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधी रवि राजकुमार उर्फ दिलखुश मेहता, पिता कुंवर मेहता साकिन जमुनिया थाना बसनही जिला सहरसा के निवासी बताए जाते हैं।
वहीं इसी गांव के निवासी मानिकचंद कुमार पिता उपेंद्र महतो एवं पंकज कुमार पिता अमर महतो को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि रविराज कुमार उर्फ दिलखुश मेहता पूर्व से अपराध में संलिप्त पाया गया है। वही उसका पुराना अपराधी इतिहास भी है।इस संबंध में पूर्व में भी बसनहीं थाने में साइबर फ्रॉड से संबंधित एक मामला दर्ज है। उन्होंने बताया कि इस टीम में साइबर उपाधीक्षक अजीत कुमार काश नगर थाना अध्यक्ष चंद्रजीत प्रभाकर एवं थाना के सशस्त्र बल के जवान मौजूद थे।