- PURNIA BREAKING सैकडो एकड जमीन के साथ-साथ धोबिनिया, अंझरी का आजादनगर, बिंदटोली को लील चूकी है कोसीबाढ आने से लगभग एक माह पहले ही कोसी दिखाने लगी अपना रूप
- रूपौली में बाढ 15 अगस्त से 15 सितंबर के बीच भयावह स्थिति में रहती है
- ग्रामीणों में हाहाकार, कोई नहीं दिख रहा है बचानेवाला
पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: PURNIA BREAKING बिहार की शोक कही जानेवाली कोसी नदी का कहर रूपौली में रूकने का नाम नहीं ले रहा है तथा यह धीरे-धीरे सैकडो एकड जमीन तो लील ही गई है, अब इसका निशाना गांव पर भी होने लगा है। इसके सामने जो भी आ रहा है, उसे वह लीलती चली जा रही है। अबतक लगभग चार गांवों को इसने लील लिया है। स्थिति यह है कि विस्थापित गांव के लोगों की हालत बंजारों से भी बदतर हो गई है। अभी बाढ आने में लगभग एक माह है, यहां 15 अगस्त से 15 सितंबर तक बाढ का भयावह रूप देखा जाता रहा है, परंतु इसका कटाव चलता रहता है। यह बता दें नवगछिया जिला की सीमा को छूनेवाले गांव विजय, अंझरी, टोपडा, सहोडा ऐसे गांव हैं, जो अब धीरे-धीरे कटाव की चपेट में आने लगे हैं। इससे पहले इस कोसी नदी ने सैकडो एकड जमीन लील ली है। इसके अलावा धोबिनिया, अंझरी का आजादनगर एवं बिंदटोली को पूरी तरह से लील लिया है। अभी सबसे भयावह स्थिति टोपडा गांव में देखी जा रही है। इस गांव से अंझरी जानेवाली सडक लगभग आधी कट चूकी है, जबकि घर धीरे-धीरे नदी में समाते चले जा रहे है।
PURNIA BREAKING अगर सड़क कट जाती है, तब इनलोगो के सामने काफी बडी समस्या खडी हो जाएगी। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो जाएगा। इससे बचाव के लिए अभी तक कोई कार्य नहीं किये जा रहे हैं। मौके पर पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि विनोद जायसवाल, टोपडा गांव के ललन यादव, सामाजिक कार्यकर्ता मो मुजाहिर आदि ने बताया कि पता नहीं सरकार क्यों सोयी पडी है। आजतक किसी ने इसओर ध्यान नहीं दिया है। कई गांव कटकर नदी में विलीन हो गए, परंतु आजतक कटाव रोकने के कोई कार्य नहीं हुए। सूखा दिनों में कभी भी कार्य नहीं हुए हैं, ताकि इसे रोका जा सके। जबकि बाढ के समय में मिटी बोरा में भरकर लोगों को हमेशा बेवकूफ बनाया जाता रहा है। टोपडा गांव भी जद में है, आखिर कटाव के बाद विस्थापित होकर ग्रामीण कहां जाएंगे, सभी ग्रामीण मजदूर हैं, इनके पास इतने पैसे भी नहीं हैं कि वे कहीं जाकर जमीन खरीद सकें। उन्होंने सरकार से मांग की कि वे इसओर ध्यान दें, ताकि लोगों की परेशानी दूर हो सके।
इस सम्बन्ध में अंचलाधिकारी शिवानी सुरभि ने बताया की बाढ़ एवं कटाव से बचाव के लिए कल से काम शुरू हो जाएगा।