SAHARSA NEWS सहरसा,अजय कुमार : पूर्व मध्य रेलवे स्थित समस्तीपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक विनय कुमार श्रीवास्तव द्वारा सोमवार को सहरसा जंक्शन का निरीक्षण किया गया। प्लेटफार्म नंबर दो पर स्पेशल ट्रेन से पहुंचने पर डीआरएम श्रीवास्तव का स्टेशन अधीक्षक ने बुके देकर सम्मानित किया। तत्पश्चात डीआरएम विनय कुमार श्रीवास्तव ने फुट ओवर ब्रिज एवं नवनिर्मित स्टेशन भवन का गहन निरीक्षण किया। साथ ही साथ कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया। निरीक्षण के क्रम में डीआरएम ने नव निर्मित स्टेशन भवन को फुट ओवर ब्रिज से जोड़ने, लिफ्ट का निर्माण करवाने एवं नवनिर्मित भवन के शौचालय, बुकिंग काउंटर, विश्रामालय सहित रेलवे रैक बिंदु एवं सर्कुलेटिंग एरिया का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि सहरसा जंक्शन को विश्व स्तरीय बनाया जा रहा है। इस नवनिर्मित भवन का इस वित्तीय वर्ष में लोकार्पण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सहरसा में यार्ड मॉडलिंग के साथ-साथ एडिशनल प्लेटफार्म अतिरिक्त रेल लाइन रनिंग रेलवे लाइन शिबलिग रेलवे लाइन की सुविधा मिलने से ट्रेनों का आवागमन सुविधाजनक हो जाएगा। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि पटना से सहरसा तक रात्रि कालीन ट्रेन प्रस्तावित है।
उन्होंने कहा कि रात्रि कालीन ट्रेन, बाय पास लाइन, सहरसा लहरिया सराय रेलवे लाइन सहित रात्रि कालीन ट्रेन के लिए रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा गया है। जो अभी विचाराधीन है। उनकी स्वीकृति मिलने पर शीघ्र ही कार्य प्रारंभ किया जाएगा।उन्होंने कहा कि पूरे देश में 67 मंडल है। इन सभी मंडलों से विभिन्न तरह के प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा जाता है जिसकी बैठक के बाद स्वीकृति मिलने पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गंगाजला स्थित लाइट ओवर ब्रिज का निर्माण अगले तीन महिने में तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन आने वाले रेल यात्रियों की सुविधा के लिए रेल पहुंच पथ में अतिक्रमण हटाने के लिए राज सरकार से अपील की गई है। जिससे रेल यात्रियों को आवागमन में सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि सभी लाइनों की लंबाई भी बढ़ाई जा रही है ताकि प्लेटफार्म पर पूरा रैक खड़ी हो सके। साथ ही उन्होंने कहा कि स्टेशन परिसर में स्टीम ट्रेन इंजन स्थापित किया जाएगा। साथ ही जिले के ऐतिहासिक स्थान के मॉडल भी परिसर में स्थापित किया जाएगा। इस मौके पर सीनियर डीसीएम अन्नया स्मृति सीनियर डी एन थ्री उत्कर्ष कुमार, सीनियर कोऑर्डिनेटर संजय कुमार, रेल चिकित्सक अनिल कुमार, इंजीनियर संजीव कुमार, एईएन किशोर कुमार, डीसीआई राजेश रंजन अन्य मौजूद रहे।