पूर्णिया: रुपौली के पूर्व विधायक शंकर सिंह ने आज धमदाहा अनुमंडल कार्यालय में अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने से पहले हजारों लोग उनके नामांकन में साथ देने के लिए आए थे। शंकर सिंह के साथ उनकी पत्नी पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिमा सिंह भी साथ थी। शंकर सिंह ने अपना नामांकन लगभग दोपहर के 2:30 बजे दाखिल किया। नॉमिनेशन के बाद शंकर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं बिना जात-पात वाला आदमी, बिना भेदभाव किए हुए सेवा करने वाला व्यक्ति हूं। मैं विधायक रहा या नहीं रहा मैं और मेरी पत्नी ने मिलकर लगातार अपने क्षेत्र की जनता की सेवा के लिए काम करता रहा। मेरे रुपौली विधानसभा क्षेत्र में सभी लोग हमें अपना आशीर्वाद देते हैं और इस बार भी वोटिंग कर मुझे जिताकर अपना आशीर्वाद प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता कि लोजपा में या एनडीए गठबंधन में ऊपरी स्तर पर क्या हुआ? परंतु मुझे टिकट नहीं मिला जिस भी कारण से वह ऊपर के लोग जाने।
मैंने इस्तीफा देकर तय कर लिया था कि मैं निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा और जीतकर रुपौली की जनता का सेवा करूंगा। बताते चले की रुपौली विधानसभा से शंकर सिंह के इस लड़ाई में उतरने के बाद लड़ाई त्रिकोणीय हो गई है। शंकर सिंह खुद दमखम वाले और ज्यादा समर्थकों वाले माने जाते हैं। उनके लड़ने का मतलब है की पूरी ताकत से लड़ाई होगी। एनडीए गठबंधन से जदयू के उम्मीदवार कलाधर मंडल को खड़ा किया गया है और जदयू इस लड़ाई में अवश्य अपनी पूरी ताकत लगाएगी। साथ ही एनडीए गठबंधन के लोग भी उनके लिए अवश्य आएंगे। तीसरी तरफ राजद की प्रत्याशी बीमा भारती है जिनके लिए इंडिया गठबंधन अवश्य सामने आएगा और लड़ाई में अपनी ताकत लगाएगा। इसका सीधा और साफ मतलब है की लड़ाई त्रिकोणीय होगी।