शिवहर, मनोज कुमार सिंह: पूर्व सांसद आनंद मोहन का शिवहर में आज फिर से जलवा देखा गया। जिले के बागमती नदी की पुरानी धारा की हो रही उड़ाही पर पूर्व सांसद ने रोक लगाते हुए कहा की जब तक प्रशासन और किसानों के बीच सहमति नहीं बनती है तब तक कार्य बंद रहेगा। बागमती नदी को गंडक से जोड़ने के लिए पुरानी धार की उड़ाही पिछले एक सप्ताह से हो रही थी। जहां दर्जनों बुलडोजर पुरानी धार की उड़ाही में जुटे थे। जिसके कारण सैकड़ो घर और हजारों लोग विस्थापित हो रहे थे। उड़ाही कार्य का लगातार ललुआ, सुगीया महुआवा समेत कई गांव के लोग धरना प्रदर्शन कर काम पर रोक लगाने की मांग जिला प्रशासन से कर रहे थे। लेकिन जिला प्रशासन इस पर कोई सुनवाई नहीं कर रहा था। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पूर्व सांसद आनंद मोहन की दी। पूर्व सांसद आनंद मोहन आज ललुआ और सुगिया पहुंचकर आम लोगों की समस्या से रूबरू हुए। इस दौरान मोहन ने निर्माण कंपनी के अधिकारी एवं जिलाधिकारी से बात की। उन्होंने कहा कि जहां नदी की पानी बहती है वह सरकार की जमीन होती है। जबकि पूर्व में उक्त भूमि का रजिस्ट्री किसानों के नाम हो गया है। रसीद भी कट रहा है और आवास योजना का भी लाभ मिल रहा है। ऐसे में इस तरह से बुलडोजर लगाकर उड़ाही करना और लोगों के घर को हटाना और विस्थापित करना कहीं से न्याय उचित नहीं है। जब तक जिला प्रशासन और संबंधित कंपनी और जल संसाधन विभाग से इस पर मंत्रणा नहीं होगी। तब तक कार्य पर रोक लगी रहेगी।
बता दे की पिछले एक सप्ताह से चल रहे दर्जनों बुलडोजर पुरानी धार की उड़ाही के काम में जुटे हुए थे। काम युद्ध स्तर पर जारी था। जबकि संबंधित गांव के लोग दर दर ठोकर खा रहे थे। बावजूद उनकी कोई नहीं सुधि ले पा रहा था। सरकार के बागमती नदी और गंडक नदी को जोड़ने को लेकर यह कार्य किया जा रहा है। बेलवा बागमती नदी से पुरानी धार होते हुए इसे मुजफ्फरपुर के गंडक नदी से जोड़ा जाएगा। पूर्व में यहां बागमती नदी की धारा बहती थी। लेकिन बागमती नदी की धारा बंद हो जाने के बाद ही लोग कलांतर में जमीन की येन केन प्रकरण से रजिस्ट्री करवा लिया। रसीद कटा ली। साथ ही इस पर सैकड़ो घर भी बन गए। ऐसे में आज यह उड़ाही काम शुरू हुआ है तो काफी लोगों को परेशानी उत्पन्न हो रही है। पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि जब पूर्व में उक्त भूमि की रजिस्ट्री हो गई है। रसीद कट गए, घर बन गया तो ऐसे में बगैर किसी सूचना और बगैर किसी माध्यम से बुलडोजर चलाना और उड़ाही करना विधि सम्मत नहीं है। जिलाधिकारी और संबंधित अधिकारी से बात करने के बाद ठोस पहल कर ही कार्य शुरू किया जाएगा अन्यथा कार्य बंद रहेंगे।