दिल्ली: Ganesh Chaturthi 2024 गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर आज देशभर में उत्सव का माहौल है। हर साल की तरह इस बार भी राजधानी दिल्ली में गणपति बप्पा का आगमन धूमधाम से हो रहा है। विशेष रूप से, बुराड़ी इलाके में स्थित विशाल गणेश पंडाल आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, जिसे ‘दिल्ली का लालबाग’ कहा जाता है। यह भव्य पंडाल 2015 से लगातार आयोजित किया जा रहा है। इसकी शुरुआत सांसद मनोज तिवारी के प्रयासों से हुई थी, जिन्होंने मुंबई के प्रसिद्ध लालबाग के राजा की तर्ज पर दिल्ली में भी एक विशाल गणेश पंडाल स्थापित करने का संकल्प लिया था। पिछले नौ वर्षों से यह आयोजन दिल्लीवासियों के लिए श्रद्धा और उत्सव का प्रतीक बन गया है। पंडाल की सबसे बड़ी विशेषता इसका विशाल आकार है।
लकड़ी के फर्श पर निर्मित इस पंडाल में एक साथ लगभग 5 लाख लोगों के खड़े होने की क्षमता है। गणेशोत्सव के दौरान यहां 1 से 5 लाख तक श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, जो इस आयोजन की लोकप्रियता को दर्शाता है। बुराड़ी के DDA ग्राउंड, संत निरंकारी समागम में स्थित इस पंडाल तक पहुंचना भी आसान है। येलो लाइन मेट्रो से जीटीबी नगर स्टेशन पर उतरकर आसानी से यहां पहुंचा जा सकता है। पंडाल में गणपति दर्शन के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के भोजन स्टॉल भी लगाए जाते हैं, जो आगंतुकों के लिए एक संपूर्ण अनुभव प्रदान करते हैं। यद्यपि गणेशोत्सव परंपरागत रूप से महाराष्ट्र में अधिक प्रचलित है, लेकिन दिल्ली का यह आयोजन दर्शाता है कि कैसे यह त्योहार अब पूरे देश में समान उत्साह के साथ मनाया जाता है।
10 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में श्रद्धालुओं को न केवल आध्यात्मिक आनंद मिलता है, बल्कि यह सामुदायिक एकता का भी प्रतीक है। इस प्रकार, बुराड़ी का गणेश पंडाल न केवल दिल्ली के लिए, बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए गणेश भक्ति का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है। यह स्थानीय संस्कृति और परंपराओं के साथ-साथ शहरी जीवन की गतिशीलता को भी प्रतिबिंबित करता है, जो गणेश चतुर्थी के त्योहार को एक नया आयाम प्रदान करता है।