सहरसा/अजय कुमार : बिहार राज्य सिंचाई विभाग मौसमी-दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी युनियन की आवश्यक बैठक मुख्य अभियंता सिंचाई सृजन,कोशी कालोनी के प्रांगण में बुधवार को सम्पन्न हुआ। सिंचाई सृजन,जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता एवं अधीनस्थ अधीक्षण अभियंता तथा कार्यपालक अभियंताओं द्वारा आमलोगों, असमाजिक तत्वों, ईंट भट्ठा मालिकों से मोटी रकम से सौदा कर नहरों का बड़े पैमाने पर अतिक्रमण कराकर लूट करने, नहरों का तहत नहस एवं क्षतिग्रस्त कराने,नहरों के परिसम्पतियों को बेचने एवं पुनः मरम्मती के नाम पर लूट करने का उद्योग वर्षों से चलाया जा रहा है।
नहरों को बिना अतिक्रमण मुक्त कराये 10 प्रमंडलों के अधीन सर्वे कराकर नहरों का पुनर्स्थापन के नाम पर करोड़ों का टेंडर निकाल कर षड्यंत्र के तहत ठेकेदार माफियाओं से मिलकर करोड़ों रुपए की लूट उद्योग चला रखा है। अभी अभी जून माह में नहरों के पुनर्स्थापन कार्य का बिना जांच कराये नहरों में पानी छोड़ने का षड्यंत्र कर लूट करने के फिराक में लगा हुआ है। फलस्वरूप किसानों को नहरों से सिंचाई के लिए खेत को पानी नहीं मिल सकेगा।
खरीफ और रब्बी में 12-15 वर्षों से नहरों पर काम करने वाले मौसमी नहर मजदूरों , आई बी.कर्मचारी, अमीन, मोहर्रिर एवं सफाई मजदूरों, जो दलित वर्गों से आती है। इन कर्मचारियों को काम पर नहीं रखने का धमकी दिया जा रहा है जो अपनी सेवा नियमतिकरण के लिए वर्षों से संगठित होकर संघर्ष करते आया है। इन मौसमी एवं दैनिक वेतनभोगी को काम लेने के बावजूद अधिकांश को बकाया मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है।
अभियंताओं द्वारा मौसमी – दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों से काम के बदले मिलने वाली 2700 शीर्ष एवं मजदूरी का आवंटन फर्जी नहर मरम्मती के नाम पर घोटाला किया जाता है। फलस्वरूप अभियंताओं के षड्यंत्र से सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर खेत को पानी एवं जल जीवन हरियाली” कार्यक्रम केवल अखबार,टीवी तक ही सीमित है। अभियंताओं द्वारा कागज में हजारों हेक्टेयर में सिंचाई का फर्जी लक्ष्य का रेकार्ड तैयार कर सरकार एवं किसानों को चकमा देने का आरोप सिंचाई युनियन की बैठक में किया गया।
युनियन की बैठक में मुख्य अभियंता, सिंचाई सृजन जिला प्रशासन एवं सरकार से उपरोक्त घोटाला, लूट का जांच करने तथा किसानों को समुचित मात्रा में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वर्षों से काम करने वाले मौसमी नहर मजदूरों, अमीन, मोहर्रिर, सफाई मजदूरों एवं आई. बी. दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को पूर्व की संख्या में काम पर रखने एवं नहरों की सुरक्षा, परिसम्पतियों की हिफाजत एवं लक्ष्य के अनुरूप किसानों को सिंचाई के लिए जलापूर्ति करने के लिए युनियन मुख्य अभियंता से वार्ता में मांग किया है।
अन्यथा बड़ी आन्दोलन की सारी जबावदेही मुख्य अभियंता की होने का पत्र दिया गया है।मुख्य अभियंता सिंचाई सृजन से शिष्टमंडल वार्ता में माधव प्रसाद सिंह राज्य सलाहकार, महासंघ (गोपगुट) , अरविन्द कुमार सिंह सम्मानित अध्यक्ष, अरविन्द कुमार पाण्डेय, परिक्षेत्र सचिव, चितरंजन पाण्डेय संयुक्त सचिव, बीजेन्द यादव, संयुक्त सचिव शामिल थे।