कटिहार: Katihar News फाइलेरिया एक लाईलाज बीमारी है जिससे ग्रसित होने पर लोगों को जीवनभर उसका दर्द उठाना पड़ता है। ऐसे लाईलाज बीमारी होने से पहले ही उसपर रोक लगाने के लिए जिले के सभी निवासी बिल्कुल तैयार हो गए हैं। इसके लिए सभी लोगों द्वारा फाइलेरिया बीमारी होने से सुरक्षित रहने के लिए सुरक्षा की दवा का सेवन बिल्कुल उत्सुकता से किया जा रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के सभी प्रखंडों में 10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को घर घर पहुँचकर फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराया जा रहा है। इसमें 02 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों द्वारा (गर्भवती महिला और गंभीर बीमार लोगों को छोड़कर) स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही दवा का सेवन करते हुए भविष्य में कभी भी फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित रहने का संदेश दिया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि सभी स्वास्थ्य लोगों द्वारा कम से कम पांच साल तक साल में एक बार फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करने से सम्बंधित लोग भविष्य में फाइलेरिया बीमारी ग्रसित होने से बिल्कुल सुरक्षित रह सकेंगे।
पहले से किसी सामान्य व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के कीटाणु उपलब्ध रहने पर दवा सेवन से संबंधित व्यक्ति को उल्टी, दस्त या चक्कर जैसी समस्या हो सकती है जो कुछ देर में ठीक हो जाती है। इससे संबंधित व्यक्ति के शरीर में उत्पन्न हो रहे फाइलेरिया के कीटाणु शुरुआत में ही नष्ट हो जाते हैं और लाभार्थी भविष्य में फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित हो जाते हैं। सोमवार से जिले के सभी प्रखंडों में चलाए जा रहे फाइलेरिया सुरक्षा की दवा (एमडीए) अभियान के दौरान सभी लोग दवा सेवन के बाद स्वस्थ पाए जा रहे हैं जो जिलेवासियों के लिए शुभ संकेत है कि सम्बंधित लाभार्थी भविष्य में फाइलेरिया बीमारी ग्रसित होने से बिल्कुल सुरक्षित रहेंगे।
- जिले में 34 लाख 74 हजार से अधिक लोगों को खिलाई जा रही फाइलेरिया से सुरक्षा की दवा :
जिला भेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ जे पी सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के सभी प्रखंडों में 02 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों (गर्भवती महिला और गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को छोड़कर) को फाइलेरिया से सुरक्षा की दवा का सेवन घर घर पहुँचकर कराया जा रहा है। इसके लिए कटिहार जिले के सभी 16 प्रखंडों और शहरी क्षेत्र के रहने वाले 34 लाख 74 हजार 895 लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा सेवन कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें अहमदाबाद प्रखंड में 01 लाख 90 हजार 777 लोगों, आजमनगर प्रखंड में 03 लाख 27 हजार 147 लोगों, बलरामपुर प्रखंड में 01 लाख 70 हजार 082 लोगों, बारसोई प्रखंड में 03 लाख 41 हजार 346 लोगों, बरारी प्रखंड में 04 लाख 11 हजार 556 लोगों, डंडखोरा प्रखंड में 76 हजार 794 लोगों, फलका प्रखंड में 01 लाख 80 हजार 277 लोगों, हसनगंज प्रखंड में 59 हजार 899 लोगों, कदवा प्रखंड में 03 लाख 69 हजार 693 लोगों, कोढ़ा प्रखंड में 03 लाख 50 हजार 315 लोगों, कटिहार सदर प्रखंड में 99 हजार 436 लोगों, कुर्सेला प्रखंड में 68 हजार 135 लोगों, मनिहारी प्रखंड में 02 लाख 21 हजार 756 लोगों, मनसाही प्रखंड में 01 लाख 04 हजार 711 लोगों, प्राणपुर प्रखंड में 01 लाख 55 हजार 394 लोगों, समेली प्रखंड में 95 हजार 129 लोगों और कटिहार सदर (शहरी) क्षेत्र में 02 लाख 52 हजार 448 लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षा की दवा सेवन कराने का लक्ष्य निर्धारित रखा गया है।
सभी लोगों को स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उम्र के अनुसार फाइलेरिया रोधी दवा के लिए डीईसी और एल्बेंडाजोल की दवा का सेवन कराया जा रहा है। फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए 02 वर्ष से 05 वर्ष के लाभार्थियों को डीईसी की 01 गोली, 06 वर्ष से 14 वर्ष के लाभार्थियों को डीईसी की 02 गोली एवं 15 या उससे अधिक उम्र के लाभार्थियों को डीईसी की 03 गोली का सेवन कराया जा रहा है। इसके साथ साथ 02 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को फाइलेरिया बीमारी से सुरक्षित रहने के लिए एल्बेंडाजोल की 01 गोली का सेवन कराया जा रहा है। सभी लोगों को नास्ता या खाना खाने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों के सामने डीईसी की गोली पानी के साथ और एल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खाना सुनिश्चित किया जा रहा है। हर साल एक बार इसका सेवन करने से सम्बंधित लाभार्थी भविष्य में फाइलेरिया ग्रसित होने से शत प्रतिशत सुरक्षित रह रहेंगे।
- 03 हजार 311 स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को घर-घर पहुँचकर खिलाई जा रही दवा :
भीबीडीसीओ एन के मिश्रा ने बताया कि लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षित रखने के लिए सभी प्रखंडों में 03 हजार 311 स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा घर-घर पहुँचकर लोगों को दवा सेवन कराया जा रहा है। इसके लिए सभी प्रखंडों में 02 हजार 757 आशा/आंगनवाड़ी कर्मियों द्वारा 02 सदस्यीय टीम के रूप में लोगों के घरों का भ्रमण किया जा रहा है। इसके लिए सभी प्रखंडों में 554 वेंटिलेटर नियुक्त किया गया है। स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा घर घर दवा सेवन कराने का निरक्षण के लिए जिले के सभी प्रखंडों में 148 पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है जिसके द्वारा क्षेत्र भ्रमण कर लाभार्थी के दवा सेवन करने का निरक्षण किया जा रहा है। सभी स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा 14 दिन तक घर-घर भ्रमण करते हुए लाभार्थियों को फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए दवा का सेवन कराना सुनिश्चित किया जाएगा। इसके बाद छूटे हुए लोगों के लिए 03 दिन फॉलोअप अभियान चलाया जाएगा जिससे कि सभी लाभार्थियों द्वारा दवा सेवन शत प्रतिशत सुनिश्चित करते हुए फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित रह सकें।
फाइलेरिया रोधी दवा सेवन के लिए ध्यान रखें कि :
-खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है।
-डीईसी और एल्बेंडाजोल की दवा स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही खाना है।
-एल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खाना है।
-फाइलेरिया से सुरक्षा के लिए घर के आसपास गंदा पानी का ठहराव नहीं होना चाहिए।
-फाइलेरिया वाहक मच्छर क्यूलेक्स से सुरक्षा के लिए सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिए।