पटना : जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार के भविष्य की चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बिहार को अगर सुधारना है तो प्रयास आप कीजिए या हम करें, प्रयास आज हो या 20 बरस के बाद हो, करना तो किसी बिहार के आदमी को ही पड़ेगा। पंजाब या तमिलनाडु से आकर बिहार को कोई नहीं सुधारेगा। बिहार में जो पैसे वाले लोग हैं वो सोच रहे हैं कि हमें क्या दिक्कत है? हमारा लड़का तो बैंगलोर में पढ़ ही रहा हैं वहीं बढ़िया नौकरी करेगा। मैं आपको बता रहा हूं जो बिहार में पैसे वाले लोग हैं उन्हें ज्यादा दिक्कत है। जो गरीब का बच्चा है और मजदूरी करने बाहर गया है वो अपने घर दोबारा लौट सकता है। मगर जो पैसे वाले का लड़का है वो बाहर नौकरी करने बाहर गया तो वो वापस लौट कर आने वाला नहीं है।
जहाज डूबेगा तो उसमें बैठा हुआ हर आदमी डूबेगा। अगड़ी जाति के लोग भी उसमें डूबेंगे, उसमें पिछड़ी जाति के लोग भी डूबेंगे। इस चक्कर में अमीर भी मरेगा और गरीब भी मरेंगे। बिहार में पढ़े लिखे लोगों की ज्यादा जिम्मेदारी है बिहार को सुधारने की। 2 अक्टूबर को जब दल बनेगा तो बिहारियों की मदद से 243 सीटों पर चुनाव लड़ाया जाएगा। बिहार में कुछ लोग कहते हैं कि जन सुराज किस पार्टी से गठबंधन करेगी? कुछ लोग कह रहे हैं कि NDA का वोट काटियेगा या INDIA का? आपको मैं लिख कर दे रहा हूं न वोट INDIA का कटेगा न NDA का बल्कि दोनों को जनता इस बार काट कर साफ कर देगी।