पटना: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने जातिवाद पर तंज करते हुए कहा कि मोदी जी को वोट पड़ा है न बिहार में? अगर पड़ा है तो वो कौन लोग हैं जो कहते हैं कि बिहार में वोट जातिवाद पर पड़ता है। मुझे कोई बताए कि मधेपुरा और बिहार में मोदी जी के जाती के कितने लोग रहते हैं? अगर किसी को लगता है कि हर आदमी जाती के नाम पर ही वोट करता है तो मोदी जी को बिहार में वोट कौन दे रहा है? बिहार में काफी लोग कह रहे हैं कि हिन्दू-मुसलमान के नाम पर वोट मिल रहा है।
तो कोई मुझे बताये कि बिहार में 18 प्रतिशत वोट मुसलामानों की है तो वो अपना वोट असदुद्दीन ओवैसी को न देकर लालू प्रसाद यादव को क्यों दे रहे हैं? मुसलमान, लालू जी को वोट दे रहे हैं असदुद्दीन ओवैसी को क्यों नहीं दे रहे हैं? लालू जी तो मुसलमानों के जाती के भी नहीं हैं।
जाती धर्म पर वोट पूरे बिहार में भी पड़ता है और दुनिया में भी पड़ता है। बिहार के होने के नाते मैं बिन मांगी सुझाव दे देता हूं। बिहार के लोगों को बाहर में नीचा दिखाने के लिए आपके और हमारे दिमाग में जातिवाद का जहर घोल दिया है कि बिहार इसलिए पिछड़ा है कि यहां पर जाति बहुत है।
अगर आप गुजरात, कर्नाटक जाएंगे तो आपको पता चलेगा कि वहां भी जातिवाद उतनी है जितनी बिहार में है। गुजरात और आंध्र प्रदेश में लोगों को जातिवाद को कुछ कहते देखा है? हम बिहार में मजदूर गरीब-पिछड़े हैं इसलिए हमें जातिवाद बताया जा रहा है।