पूर्णिया/रूपौली/अभय कुमार सिंह : थाना क्षेत्र के आझोकोपा छर्रापटी सडक मार्ग पर शुक्रवार की शाम बाइक एवं ठेला की हुई भीषण टक्कर में एकओर जहां जीजा की मौत मौके पर ही हो गई, वहीं साला गंभीर रूप से घायल हो गया । खबर पाकर तत्काल पहूंचे स्वजनों ने उन्हें रेफरल अस्पताल रूपौली पहूंचाया, जहां चिकित्सकों ने बहनोई को मृत घोशित कर दिया, वहीं गंभीर रूप से घायल साला को चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए पूर्णिया भेज दिया है ।
इधर पीड़ित परिवारों में चित्कार मचा हुआ है । इधर पुलिस शव को अंत्यपरीक्षण के बाद शव को स्वजनों को सौंप दिया है तथा मामले की छानबीन में जूटी हुई है । घटना के बारे में पीड़ित के स्वजनों एवं मुखिया सुलोचना देवी ने बताया कि गांव के शैलेंद्र रजक के दामाद रोबिन कुमार उम्र 25 वर्ष जो पीरपेठी सुंदरपुर (भागलपुर) के रहनेवाले थे, दो दिन पहले अपनी ससुराल आए थे तथा वे शनिवार को अपने गांव जानेवाले थे । जाने से पहले वे अपनी पत्नी के लिए फल-फूल आदि खरीदने के लिए चचेरे साले राहुल कुमार पिता अरूण रजक के साथ बिरौली आए थे ।
वहां से वे सभी सामान खरीदकर वापस ससुराल जा रहे थे । वे आझोकोपा छर्रापटी सडक मार्ग पर बगीचा के पास जैसे पहूंचे, सामने बिना लाइट के सामने से आ रही मकई का भुटा लदे ठेला से सीधी टक्कर हो गई, जिससे दोनों साला बहनोई बाइक सहित सडक पर गिर गए । उनके गिरते ही ठेला भी अनियंत्रित होकर उनपर आ गिरी । दोनों उस ठेला के नीचे दब गए । तत्काल शोर मचाने पर दोनों साला-बहनोई को ठेला के नीचे से निकाला गया तथा अस्पताल पहुंचाया गया।
पति की मौत की खबर सुनते ही पत्नी बेहोश होकर गिरी-
रूपौली – अपने मैके में रह रही चार माह की गर्भवती पत्नी, पति की मौत की खबर सुनते ही बेहोश होकर गिर पड़ी । उसके साथ-साथ उसकी मां आभा देवी, पिता शैलेंद्र रजक सहित सभी स्वजन चित्कार कर उठे । पत्नी दुर्गी देवी बस यही कह रही थी कि वे तो बोल कर गए थे कि तुम्हारे लिए फल खरीद कर रख देता हूं, तुम हमेशा खाते रहना, लेकिन उसे क्या पता था कि यह उसकी उसके पति से आखरी बात होगी । देखते-देखते उसका सुहाग उजड गया । बडा ही दर्दनाक दृष्य था ।
यह बता दें कि शुक्रवार की शाम छर्रापटी गांव के शैलेंद्र रजक के दामाद रोबिन कुमार जो दो दिन अपनी ससुराल आये थे । चार माह की अपनी पत्नी दुरगी देवी के लिए फल आदि खरीदने के लिए अपने चचेरे साले राहुल कुमार के साथ बिरौली बााजर गए थे । वहां से लौटने के क्रम में बिना लाइट के आ रहे ठेला से उनकी बाइक टकरा गई थी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी तथा राहुल बुरी तरह से जख्मी हो गया था । रोबिन की शादी पिछले साल 28 जून को हुई थी । यह खबर जैसे ही गांव पहूंची थी, वैसे ही पूरे परिवार पर मानो वज्रपात हो गया था ।
पत्नी दुरगी देवी, सास आभा देवी, ससुर शैलेंद्र रजक, साला अमन कुमार, गुनगुन कुमार, साली बबली कुमारी सहित सभी स्वजन उसके घटना स्थल पर पहुंचकर उसके शव से विलाप कर उठी थीं । सास आभा देवी, पत्नी दुरगी देवी सभी चित्कार करते हुए कह रही थीं कि भगवान उन्हें क्यों नहीं उठा लिये । उनकी रूलाई से पूरा गांव आंसू बहा रहा था ।
यही हाल रोबिन के घर पीरपैंती सुंदरपुर में भी है । वहां जब रोबिन के घर शव पहुंचा, तब वहां भी उसकी मां मुन्नी देवी, पिता श्याम रजक सहित सभी भाई-बहनें चित्कार कर उठीं । लक्ष्मीपुर छर्रापटी पंचायत की मुखिया सुलोचना देवी, सामाजिक कार्यकत्र्ता पप्पू मंडल सहित सभी लोगों ने उनके प्रति संवेदना प्रकट करते हुए, सरकार से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है ।