PURNIA NEWS अभय कुमार सिंह : प्रखंड में आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति कुछ ठीक नहीं है, प्रायः हर केंद्र की स्थिति बद-से-बदतर है । यहां सिर्फ पर्यवेक्षिकाओं द्वारा खानापूर्ति की जाती है । ना तो केंद्र खुलता है और ना ही खुले रहने पर बच्चों को पोषाहार ही दिया जाता है । ऐसा ही नजारा प्रखंड के महवाला मध्यविद्यालय परिसर में लोगों की शिकायत पर संचालित दो आंगनबाडी केंद्रों को देखने के बाद पता चला । यहां सेविका तो मौजूद थीं, परंतु सहायिका गायब थीं । यहां बच्चे भी थे, परंतु खाना नहीं बना था । दोनों केंद्रों की दोनों सेविकाओं ने कहा कि खाना बनाने में परेशानी हो रही है, इसलिए खाना नहीं बनाया जाता है । यह हाल लगभग सभी केंद्रों का है । कहीं-कहीं तो केंद्र बंद ही मिलता है ।
पिछले दिनों बांकी गांव में पर्यवेक्षिका द्वारा जांच में कई केंद्र बंद पाए गए थे, उनपर कारण बताओ नोटिस भी सीडीपीओ द्वारा जारी किया गया है, परंतु इसका असर सेविकाओं पर नहीं पड रहा है । यहां के पंचायत समिति सदस्य अनंत झा कहते हैं कि इसके लिए वे लगातार कई बार पंचायत समिति की बैठक में आंगनबाडी की दुर्दशा पर आवाज उठायी, परंतु कभी कुछ नहीं हुआ है । आंगनबाडी केंद्र बस पोषाहर लूट का साधन बन गया है । उन्होंने सरकार से केंद्र की जांच, स्पेशल टीम से करवाए, ताकि बच्चों को इसका समुचित लाभ मिल सके ।
बांकी गांव में संचालित केंद्र के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है । अब अगर लखनौर मध्यविद्यालय परिसर में संचालित दोनों केंद्रों की शिकायत है, तो वह इसकी जांच करेंगी ।
पुष्पा रानी, सीडीपीओ, प्रखंड रूपौली ।