पूर्णिया: PURNIA NEWS देश में बढ़ते डायबिटीज के खतरे को लेकर पूर्णिया के डाक्टर समुदाय काफी चिंतित हैं। डायबिटीज के खात्मा व बचाव को लेकर पूर्णिया के एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडिया (एपीआई) , क्लिनिकल कार्डियऒ डायबिटीक सोसायटी ऑफ इंडिया (सीसीडीएसआई) एवं इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के सऺयुक्त तत्वावधान में स्थानीय आई एम ए हाॅल में “फ्री टाइप -1 एवं यंग टाइप -2 डायबिटीज कैम्प ” का आयोजन किया गया। इसमें 306 मरीजों का डायबिटीज जांच के अलावा दांत, आंख के अलावा बीएमआई जांच की गई। इसके अलावा डायटिशियन के द्वारा सही खान-पान के बारे में बताया।इस कैम्प में इन्सुलिन के इस्तेमाल का तरीका व उसके रख रखाव के बारे में बताया गया।पैर के रख रखाव के बारे में बताया।खास बात है कि इस कैम्प में करीब 65 से ऊपर ऐसे बच्चे थे जो टाइप -1 डायबिटीज के शिकार थे। कैम्प में डॉ डी पी सिंह, डॉ देवी राम, डॉ आर के मोदी, डॉ ए के पाठक , डॉ सादिक, डॉ सुधांशू , डॉ निशिकांत ने सभी डायबिटीज मरीजों के द्वारा दिया गया इस कीट में डायबिटीज जांच की मशीन,मौजा ,की सर्ट टोपी व काफी माग दिया गया।इस कैम्प में विभिन्न दवा कम्पनियां द्वारा सहयोग किया गया।
मुख्य अतिथि फिजिशियन रिसर्च फाउंडेशन (सेंट्रल एपीआई) के संकाय सदस्य, एवं आईएमए, एएमएस (बिहार) के अध्यक्ष डॉ. डीपी सिंह ने कहा है कि रोज 45 मिनट अगर मैदान में देंगे ताे आप डायबीटिज जैसी बीमारियाें से बचे रहेंगे। भारत में फिलहाल करीब 77 मिलियन लोग मधुमेह बीमारी से ग्रस्त हैं, जबकि लगभग 80 मिलियन लोग प्री-डायबिटीज से पीड़ित हैं। एक अनुमान के मुताबिक साल 2030 तक डायबिटीज के मरीजों का आंकड़ा 101 मिलियन तक पहुंच जाएगा। चीन के बाद भारत में ही दुनिया के सबसे ज्यादा लोग डायबिटीज का केंद्र बन गया है हैं। इसलिए अपनी जिंदगी काे दवाओं से बचाने के लिए शारीरिक श्रम जरूर करें। इस अवसर पर एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडिया (एपीआई) के पूर्णिया चेप्टर के अध्यक्ष डॉ आर के मोदी ने कहा कि डायबिटीज पूरे देश में अपना पांव फैला चूकी है।इसका मुख्य कारण मोटापा एवं असंतुलित आहार है। इस लिए सभी को जागरूक करने के उद्देश्य से ये कैम्प लगाया गया है। उन्होंने कहा कि टाइप -1 के रोगियों को कभी भी इन्सुलिन नहीं छोड़ना चाहिए। अगर कभी भी कोई परेशानी हो तो अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें। डॉ आर के मोदी ने कहा कि टाइप -2 के मरीज कभी भी अपना दवा नहीं छोड़े। टाइप -1 और टाइप -2 के मरीज किसी भी गलत भ्रांतियां में नहीं पड़े। कोई भी तरह का परेशानी होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। उन्होंने कहा कि व्यायाम एवं आहार पर ध्यान देना की जरूरत है।
ए पी आई के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ देवी राम ने कहा कि अगर आप स्वस्थ और दीर्घायु जीवन जीना चाहते हैं तो आपको इन महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखने की जरुरत है। इससे आप न सिर्फ स्वस्थ रहेंगे बल्कि अन्य लोगों के लिए प्रेरणाश्रोत भी बनेंगे। कोई भी व्यक्ति तभी मंजिल प्राप्त कर सकता है, जब वह पूरी तरह स्वस्थ हो। डॉ ए के पाठक ने कहा कि डायबिटीज से बचने के लिए सभी को अपना जीवन शैली बदलनी पड़ेगी। तभी जा कर आप डायबिटीज से बचा पायेंगे। सर्जन डॉ संजीव कुमार ने कहा कि सभी अपने जीवन शैली में बदलाव लाना होगा।इस भौतिक युग में सभी को तनाव मुक्त जीवन जीने का कला सिखना होगा। डाॅ निशिकांत ने कहा कि कोल्ड ड्रिंक, फास्ट फूड (बर्गर ,पीजा ,चावमिग, मोमो डिब्बाबंद भोजन) घी, वटर इत्यादि चीजे मोटापे को दावत देती है। मोटापा के कारण डायबिटिज, हार्ड हेटेक, सांस लेने में परेशानी, नींद में रूकने की बीमारी, उच्च रक्तचाप जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। शारीरिक श्रम चाहे किसी भी रूप में किया जाए जैसे पैदल चलना, साइकिलिंग करना, योगासन, तैराकी करना, जीम जाना, खेल करना, बहुत आवश्यक है।
इस कार्यक्रम में डायटिशियन मिसेज बबीता व ऐश्वर्या ने सभी को खान पान के बारे में बताया। वहीं डॉ सुमन व डॉ मयंक ने दांत एवं डॉ कुमार निशान्त ने आंख की जांच की। इस कैम्प में डॉ विजय आनंद ने किस तरह योग के माध्यम से डायबिटीज से बचा जा सके उसे बताया। इस अवसर पर डॉ अजय कुमार, डॉ बिनोद धारेवा ,डॉ इम्तियाज़ भारती, डॉ निशिकांत, डॉ ए के सिन्हा, डॉ कृष्ण मोहन, आदि उपस्थित थे।