पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: Purnia News नगर पंचायत में कुछ भी ठीक-ठाक नहीं चल रहा है, यहां खरीदे गए हर सामान पर अब अंगुलियां उठने लगी हैं। ठेला महज छः माह में जर्जर हो गया है। समस्या सुननेवाला कोई नहीं है, कार्यपालक पदाधिकारी का कोई नंबर तक नहीं देता है। ऐसी बातें यहां के कचरा ढोनेवाले सफाईकर्मी कहने लगे हैं। उक्त परेशानी तथा जर्जर ठेला को नगर पंचायत परिसर में जमा करते हुए, नगर पंचायत के वार्ड नंबर तीन तथा डुब्बा टोला गांव के ठेला चालक कुमोद कुमार ठाकुर ने अपनी परेशानी सुनाते हुए कहा कि उन्हें पिछले साल 3 सितंबर 2023 कोे नया ठेला मिला था। महज छः माह में ठेला का चदरा कागज की तरह पतला होने के कारण पूरी तरह से सडकर खत्म हो गया तथा कचरा रखने पर नीचे गिरने लगा। इसको लेकर वह नगर पंचायत, कार्यालय में गया, परंतु किसी ने नहीं सुनी तथा वहां से तीन-तीन बार भगा दिया गया।
फिर किसी तरह चदरा पर बोरा रखकर काम करता रहा, अब बोरा रखने के बाद भी बोरा सहित कचरा नीचे गिर जाता है, इसलिए अब नगर पंचायत में जमा कर दिया है। यह सिर्फ उसी के ठेला की बात नहीं है, बल्कि सभी ठेला की स्थिति जर्जर हो गयी है। आजतक उन्हें सुरक्षा हेतु ना तो जूता मिला है, ना हेलमेट मिला है, ना ही ड्रेस ही मिली है। कुछ भी कहने पर हटा देने की धमकी नगर पंचायत में बैठे लोग देने लगते हैं, पेट की खातिर वे चुप हो जाते हैं। ठीक इसी तरह इसी गांव के झाडू लगानेवाला राजू मंडल ने बताया कि उनके वार्ड में तीन टोला है, उन्हें भी कोई सामान नहीं मिला है। झाडू भी सही रूप से नहीं दिया जाता है। आखिर कैसे वे काम करें। अपनी समस्या रखने पर हटाने की धमकी दे दी जाती है, गरीब होने के कारण चुप रह जाना पडता है। अपना पैसा लगाकर झाडू खरीदना पडता है। पिछले पांच माह से किसी भी कचरा साफ या उठानेवाले को मानदेय तक नहीं मिला है। आखिर वे कैसे काम करें।
गरीबों के साथ ही हमेशा अन्याय होता रहता है। यहां की कार्यपालक पदाधिकारी का नंबर कोई नहीं देना चाहता है, सभी कहते हैं कि कार्यपालक पदाधिकारी ने नंबर देने से मना कर दिया है। हद तो यह है कि वार्ड पार्षद भी कार्यपालक पदाधिकारी का नंबर नहीं देना चाहते हैं। यहां जो भी सामान मिला है, वह पूरी तरह से घटिया है। उन्होंने डीएम से इन सारी बातों की जांच करने तथा यहां की स्थिति को बेहतर बनाने की मांग की है। जब इसकी पडताल तथा पक्ष जानने के लिए नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी के मोबाइल नंबर 7065680057 पर बात करने की कोशिश की गई, तब उनके द्वारा रिसीव नहीं किया गया। ठीक इसी तरह जब उनके वाट्सएप पर भी मैसेज बात करने तथा पक्ष जानने के लिए किया गया, तब भी उधर से कोई उत्तर नहीं मिला। जबकि नगर पंचायत अध्यक्ष निरंजन मंडल ने बताया कि ठेला ठीक करवा दिया जाएगा। कार्यपालक पदाधिकारी से वेलोग भी परेशान हैं, पिछले आठ माह से कोई काम नगर पंचायत में नहीं हो पाया है। वह आती भी नहीं हैं। कुल मिलाकर नगर पंचायत की स्थिति डंवाडोल है। कोई कुछ सही रूप से बोलने को तैयार नहीं हैं। देखें इसओर प्रशासन की नजर पडती भी है या नहीं।