PURNIA NEWS विमल किशोर : अमौर विद्यालय में मध्याह्न भोजन के चावल का दुरुपयोग एवं प्रधानाध्यापक द्वारा सचिव का फर्जी हस्ताक्षर कर राशि निकासी को लेकर डीएम को सैकड़ों ग्रामीणों ने दिया संयुक्त हस्ताक्षर युक्त आवेदन। जिसकी प्रतिलिपि जिला शिक्षा पदाधिकारी पूर्णिया जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शिक्षा पूर्णिया एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अमौर को दिया है। दिए गए आवेदन में शबाना नाज़ ने कहा कि मैं मध्य विद्यालय भौकरी, बसतपूर, प्रखंड अमौर, जिला-पूर्णियां के विद्यालय शिक्षा समिति का ‘सचिव’ हूँ। विगत कई महीनों से ‘विद्यालय शिक्षा समिति’ की बैठक नहीं होने के संबंध में वि०शि०स० के अध्यक्ष एवं ग्रामीणों की उपस्थिति में विद्यालय के प्रधान से कारण पृच्छा किये जाने पर उनके द्वारा बताया गया कि प्रत्येक माह बैठक करने का आदेश नहीं है। इसलिए आप सभी को नहीं बुलाया जाता है। जबकि मध्याह्न भोजन पंजी एवं प्रपत्र ‘क’ देखने पर पता चला कि पंजी में हर माह की बैठक संख्या एवं दिनांक अंकित है। साथ ही बैठक पंजी में सभी पद-धारकों के फर्जी हस्ताक्षर भी अंकित हैं। मध्याह्न भोजन योजना संचालन हेतु प्रधानाध्यापिका द्वारा पी0पी0ए0 पर स्वयं सचिव का फर्जी हस्ताक्षर कर भेंडर को भुगतान किया जाता है। छात्र-छात्राओं से पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि M.D.M. Menu के अनुसार नहीं परोसा जाता है। जो भी पकता है उसमें मानक के अनुरूप दाल, सब्जी और तेल नहीं डाला जाता है और विभागीय निदेशानुसार उबला हुआ अण्डा नहीं खिलाया जाता है। छात्र-छात्राओं की वास्तविक भौतिक उपस्थिति 80 थी, जबकि एक दिन पूर्व उपस्थिति पंजी में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति कुल-255 अंकित है। इस बाबत जब प्रधानाध्यापिका से पूछा गया तो उनके द्वारा बताया गया कि विभाग द्वारा 90 प्रतिशत उपस्थिति बनाने का आदेश प्राप्त है। जिसके विरुद्ध प्रतिदिन 90% उपस्थिति दर्ज की जाती है। वास्तविक उपस्थिति के अनुसार भी M.D.M. गुणवत्तायुक्त नहीं परोसा जाता है। रसोइयों से पूछताछ करने पर पता चला कि दिनांक-24.08.2024 से 06.10.2024 तक मात्र 9 बोरी चावल खपत हुआ है। जबकि दिनांक- 24.08.2024 को 29 क्विंटल (58 बोरी) चावल विद्यालय को प्राप्त हुआ था ।
विद्यालय में अभी मात्र 22 बोरी चावल शेष है। दिनांक 07.08.2024 से 17.08.2024 तक मध्याह्न भोजन बन्द था, इसके इलावा भी बीच बीच में मध्याह्न भोजन बन्द रहा जैसा कि दिनांक-02.10.2024 से 03.10.2024 तक।परन्तु उन दिनों का भी वाउचर बना कर राशि का हस्तांतरण भेंडर को कर दिया गया है। जिससे स्पष्ट होता है कि यहाँ M.D.M. की राशि एवं चावल में व्यापक स्तर घोटाला किया जा रहा है l उच्च माध्यमिक विद्यालय के विकास कोष एवं छात्र कोष मदों में वित्तिय वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 हेतु आवंटित राशि भी बिना बैठक किये, बिना कोई प्रस्ताव लिये गलत तरीके से निकासी कर अनावश्यक खर्च कर दी गई है। विद्यालय में अवस्थित शौचालय एवं हैंडवाश बेसिन बेहद गंदा है, जिससे छात्र-छात्राओं में मांसिक एवं भौतिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। उक्त मामलों की छानबीन करने पर प्रधानाध्यापिका के पति द्वारा विद्यालय शिक्षा समिति के सभी सदस्यों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया एवं उन्हें विद्यालय के प्रांगण से भाग जाने की धमकी देते हुए कहा कि विद्यालय का सारा कार्यभार हम स्वयं देखते हैं। हमें विद्यालय शिक्षा समिति से कोई लेना-देना नहीं है । आपलोगों को जो करना है कर लो। हम स्कूल ऐसे ही चलाएंगे। ज्ञातव्य हो कि उक्त विद्यालय के प्रधानाध्यापिका और उनके पति इसी गांव के निवासी है ।जहां विद्यालय अवस्थित है। ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी से विद्यालय की जांच कर दोषी पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की। मांग करने वालों में सचिव शबाना नाज, अध्यक्ष मो रफीक, सरपंच मुजफ्फर आलम,मोहम्मद शादाब आलम, मोहम्मद हसनैन आलम, जियाउर रहमान, जफर इकबाल, मोहम्मद शब्बीर अहमद, मोहम्मद शाकिर ,मोहम्मद शाहनवाज, सुखारू लाल, शमशाद, नंदलाल, ललित कर्मकार, पंकज कर्मकार ,नजीर, अब्दुल राजा आदि सहित सैकड़ो ग्रामीण शामिल है। विद्यालय की प्रधानाध्यापीका वीवी शाइस्ता नाज ने बताया कि उनके ऊपर सचिव एवं अध्यक्ष द्वारा लगाया गया सभी आरोप बेबुनियाद है। सचिव के घर कई बार प्रपत्र क पर हस्ताक्षर करवाने के लिए मैं भी गई। लेकिन उन्होंने अवैध उगाही की मांग की। जो मेरे द्वारा पूरी नहीं करने पर मेरे ऊपर इस तरह का आरोप लगाया जा रहा है।