PURNIA NEWS : आचार्य श्री महाश्रमण जी के विद्वान सुशिष्य मुनि श्री आनंद कुमार जी “कालू” ठाणा – 2 के पावन सानिध्य में दालखोला स्थित अशोक कुमार जी निरूपा दूधेड़िया के निवास स्थान पर ‘कर्म ‘पर आधारित विशेष प्रवचन मुनिश्री ने फरमाया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुनि श्री आनंद कुमार जी ‘कालू’ ने महामंत्रोचार के साथ किया तत्पश्चात मुनि विकास कुमार जी ने’ भाई म्हारा रंग स्यु तो रंग मिल जावे’ गितिका की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। दुधेड़िया परिवार की ओर से अशोक जी रोशन लाल जी निरूपा जी ने भावपूर्ण स्वागत गितिका द्वारा मुनिश्री काअभिनंदन किया। ज्ञानशाला का छात्र परम चोपड़ा ने ‘तेरापंथ प्रणेता’ गितिका की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। अग्रवाल समाज की बहनों ने’ माधव आव तो’ गीतिका की भावपूर्ण प्रस्तुति दी मुनिश्री आनंद कुमार जी ने ‘संता स्वर्गा स्यु आयो संदेश बुलाओ आयो राम रो’ गितिका की भावपूर्ण प्रस्तुति देकर उपस्थित श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। तत्पश्चात कर्म तत्व का विवेचन करते हुए मुनि श्री ने कहा कर्मों की गति बड़ी विचित्र है कर्म ना तो राजा को छोड़ता है नहीं रंक को छोड़ता है ना अमिर को छोड़ता है ना गरीब को छोड़ता है।
जैन दर्शन में बताया गया है जैसा हम करेंगे हमें वैसा ही फल भोगना पड़ेगा अच्छा कर्म करेंगे तो अच्छा फल भोगना पड़ेगा और बुरा कर्म करेंगे तो बुरा फल भोगना पड़ेगा। अशोक जी दूधेड़िया ने जीवन में किसी का भी बुरा व गुस्सा नहीं करने का संकल्प लिया मुनिश्री ने कहा सय्या का अर्थ है मकान। मकान का दान करने वाला सय्यातर होता है। अशोक जी दूधेडिया और निरूपा जी को सहज ही इसका लाभ मिल गया और यह आस्था का फल है। इस अवसर पर अग्रवाल समाज से भी काफी भाई बहनों ने अच्छा लाभ लिया श्रीमती सुमन भाई सीताबाई चंदाबाई ने गीतिका का गाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। काफी भाइयों और बहनों ने अनेक प्रकार के त्याग प्रत्याख्यान किये। अशोक जी ने मेघी का तो निरूपाबाई ने कचोरी का त्याग किया। सरोज संचेती ने एक साल रात्रि भोजन का त्याग लिया। नेहा अजय अग्रवाल ने जोड़े से समोसा का त्याग लिया। अजीत रितु ने कोल्ड ड्रिंक का त्याग लिया। सुमन खेतान सीमा केडिया ललिता अग्रवाल धर्मा ख़ेतान कुसुम भवानीया ने प्रतिदिन 1 घंटा मोन रहने का संकल्प लिया। रोशन जैन ने 1 साल तक समोसा का त्याग लिया। शायर संचेती ने कवि का त्याग लिया। कार्यक्रम का कुशल संचालन श्रीमती सायर संचेती ने किया। इस प्रकार कार्यक्रम बहुत ही अच्छा रहा इस अवसर पर संपूर्ण श्रावक श्रावीका समाज वहां पर उपस्थित थे।