PURNIA NEWS अभय कुमार सिंह : टीकापट्टी का ऐतिहासिक महावीर कप का स्वर्ण जयंती, इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा, इसका आज की युवा पीढी एवं नन्हें-मुन्हें बच्चे, इस पौश माह की ठंड रात भी इसका गवाह बनेगी । यह उनकी जिंदगी का सबसे सुखद एवं सौभाग्य वाला पल है । उक्त बातें टीकापटी की ऐतिहासिक एवं कला की माटी पर चल रहे महावीर कप फूटबाॅल टूर्नामेंट के समापन पर मुख्य अतिथि के रूप में आए, विधायक शंकर सिंह ने पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर की महिला वर्ग में विजेता टीम एवं पुरूष वर्ग में बिहार के फलका की टीम को महावीर कप जीतने के दौरान कप प्रदान करते हुए, अपने उदगार व्यक्त करते हुए कही । उन्होंने कहा यह उनका सौभाग्य एवं गर्व है कि इस क्रांतिकारी एवं महान माटी के विधायक हैं । इस माटी पर जिस प्रकार भव्य तरीका से महावीर कप फूटबाॅल टूर्नामेंट का आयोजन किया गया तथा खिलाडियों के लिए सुविधाएं प्रदान की गईं, वह काबिले तारीफ है । ऐसी व्यवस्था तो सरकार की ओर से भी नहीं हो पाती है । आज फूटबाॅल का खेल हासिये पर चला गया है, परंतु इस माटी ने इसे जीवित रखा है, यह इस माटी की ही सुगंध है, जो जा ही नहीं रहा है । उन्होंने 1961 में इस माटी पर महावीर कप का नामाकरण करनेवाले बुजूर्ग खिलाडियों राजेंद्र मंडल, गिरीवर प्रसाद मंडल, जयनारायण मंडल, वेदानंद मंडल, शालिग्राम सिंह, विनोद कुमार मंडल, योगेंद्र मंडल, कैलाश भगत, सुशील मंडल, करमचंद मंडल, अनिल प्रसून एवं रूपनारायण मंडल का आशीर्वाद मिला, यह उनके लिए सौभाग्य की बात है ।
इस माटी पर इनकी तरह ऐसे-ऐसे महान खिलाडियों ने जन्म लिये, जिन्होंने मोहन बगान के खिलाडियों से कम मदा नहीं रखते थे तथा ना जाने कितने मेडल जीतकर इस माटी का नाम रोशन किया है । उनका दूर्भाग्य रहा कि उन्हें इस माटी के बिहार स्तर पर खेलनेवाले तथा गोल्डमेडिलिस्ट कृष्णानंद बाबू का आशीर्वाद नहीं मिल पाया । यद्यपि इस आयोजन में यहां के आयोजकों ने उन्हें महावीर रत्न देकर उनके प्रति श्रद्धांजलि जरूर अर्पित की । गुलाम भारत से लेकर आजाद भारत में इस ऐतिहासकि धरती ने सिर्फ लाल ही पैदा किये, जिन्होंने इस धरती की गरिमा को अक्षुण्ण रखा है । इस माटी की जितनी जितनी प्रशंसा की जाए, कम होगा । इसी माटी पर शांति देवी जैसी मुखिया हैं, जिन्होंने दो-दो बार राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजी गई हैं । इसी माटी पर शहीद शेर सूर्य नारायण मंडल जैसे वीर पुत्र भी हुए, जिन्होंने इस माटी की खातिर अपनी शहादत दी । इनके अलावा अनेक क्रांतिकारी इस माटी पर जन्म लिये तथा इसे सजाया-संवारा । इस माटी पर ठीठरू मंडल, प्रयाग चैधरी जैसे पूर्वज भी जन्म लिये, जिन्होंने यहां की माटी को सबकुछ दिया । जिधर नजर उठाकर देख लें, इस माटी ने हर क्षेत्र में अपना योगदान दिया है । इस अवसर पर समारोह की अध्यक्षता अरविंद कुमार साह ने किया, जबकि मंच संचालन षिक्षाविद राजीव कुमार राजू, अमित कुमार चंचल, सरपंच शिवकुमार यादव, सुमित कुमार ने किया । व्यवस्थापक के रूप में सचिव सुनील कुमार सुमन, रेफरी के रूप में संजय कुमार, विजय हेमब्रम, सुनील मुरमु, अभिषेक कुमार थे ।