PURNIA NEWS अभय कुमार सिंह : जो पार्टी उनके आरक्षण को वापस लाएगी, उनका साथ देंगे, अन्यथा सभी का विरोध दर्ज करते हुए, नोटा पर बटन दबाएंगे । उक्त बातें पान समाज के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश कुमार तांती ने महासम्मेलन में हुंकार भरते हुए कही । इसका आयोजन पान महादलित काॅर्डिनेशन कमिटी के बैनर तले प्रखंड स्तरीय किया गया था । यह आयोजन प्रखंड के छर्रापटी गांव में हुआ था । इस महासम्मेलन की अध्यक्षता पान समाज के वरिष्ठ नेता सह नाथपुर पंचायत के पूर्व मुखिया दिनेश शर्मा ने किया, जबकि मंच संचालन अरविंद कुमार पान ने किया । मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में आए पान समाज के प्रदेष अध्यक्ष मुकेश कुमार तांती ने महासम्मेलन में उमडे जनसैलाब में हुंकार भरते हुए कहा कि जो पार्टी या सरकार उनका आरक्षण वापस लाएगी, उनके साथ पान समाज अडिग होकर खडा रहेगा, अन्यथा वे नोटा दबाएंगे । किसी मजदूर को खडा करके अपने वोट को एकजूट करेंगे । उन्होंने कहा कि उनके पिता सह एमएलसी स्व रवींद्र कुमार तांती 2015 में अपनी लालबत्ती को अपनी मांगों के समर्थन में त्याग कर दिया था । उनके द्वारा काफी संघर्ष के बाद नीतीश सरकार ने उन्हें अनुसूचित जाति वर्ग में रखते हुए आरक्षण दिया । आरक्षण मिलते ही पान समाज के लोग पढ-लिखकर आगे बढने लगे तथा नौकरियां पाने लगे । परंतु दूर्भाग्य कि कुछ इसी वर्ग के अन्य जातियों के लोग, उनके खिलाफ काॅर्ट मंे उनका आरक्षण खत्म करने को लेकर चले गए । वेलोग हाईकाॅर्ट से जीत गए, परंतु सुप्रीम काॅर्ट में उनके खिलाफ 15.7.2024 को फैसला दे दिया गया । वेलोग तभी से आंदोलनरत हैं । जबतक उन्हें उनका हक नहीं मिल जाता है, वेलोग इसी तरह आंदोलन करते रहेंगे ।
आज की भीड यह साबित कर रही है कि वेलोग अपना हक लेकर ही मानेंगे । उन्होंने कहा कि आश्चर्य है कि आजादी के इतने दशक बीत जाने के बाद भी आजतक पान समाज से एक भी व्यक्ति एमपी-एमएलए नहीं बन पाया । उनकी जाति के उपनाम शर्मा, चैपाल, तांती, बुनकर सहित अनेक नामों से जाना जाने के कारण वेलाग विखंडित थे । 1947 से पहले वे पान जाति के नाम से जाने जाते थे, परंतु बाद में उनकी जाति के लोग जहां थे, वहां वे अपनी-अपनी सुविधा के अनुसार अपना टाईटल लगाने लगे । 1967 से काॅर्ट में पान जाति को लेकर मुकदमा भी चल रहा है । अब वेलोग फिर से एकजूट होने लगे हैं तथा अपना टाईटल पान ही रखेंगे, ताकि उनकी संख्या का पता चल सके तथा अपनी ताकत दिखा सकें । इसका ही मुख्य कारण है कि वेलोग हमेशा से ही अपने हक से उपेक्षित रहे । आजतक पान समाज विकास एवं शिक्षा के दृश्टिकोण से अंतिम पायदान पर हैं । अब समाज में बराबरी को लेकर उनके द्वारा आर-पार की लडाई शुरू हो गई है । उन्होंने अंत में चेताया कि आरक्षण दो और उनके पान समाज का वोट लो । इनके अलावा डाॅ राजीव कुमार पान, प्रो संतोष दास, आई पी गुप्ता, एमएलसी लालमोहन गुप्ता, प्रवीण दास, रघुनंदन दास, कंतलाल शर्मा, प्रो रामेश्वर दास, राजीव राजा, कपिलदेव दास, मणिलाल दास, उपेंद्र शर्मा, मुकुंद शर्मा, माणिकचंद दास, सुरेश दास, सुरेश षर्मा, माणिक दास, उमेश दास, भगवान दास, जिप सदस्य रीता देवी, पूर्व प्रमुख अजय शर्मा, पूर्व मुखिया गौरी शर्मा, पूर्व सरपंच दिनेष शर्मा, दीपक शर्मा सहित अन्य पान समाज के नेताओं ने हुंकार भरी ।