अररिया, प्रिंस(अन्ना राय): फारबिसगंज कृषि उत्पादन बाजार समिति बारिश के मौसम में बद से बदतर हालात हो जाती है. वही, प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते जिले की सबसे बड़ा मंडी फारबिसगंज कृषि उत्पादन बाजार समिति का हालत बद से बदतर होती चली जा रही है. वही, इस कृषि उत्पादन बाजार समिति में अतिक्रमणकारियों का वर्षो से कब्जा है वही, प्रशासन अतिक्रमण हटाने के नाम पर महज खानापूर्ति करती है. वही, इस मंडी से लाखों रुपये प्रति माह राजस्व देने के बावजूद व्यवसायों के लिए सरकारी स्तर पर कोई सुविधा नाम की कोई चीज नहीं है. ना ही सड़क ढंग का है, और न ही शौचालय और न ही पीने की पानी की कोई समुचित व्यवस्था है. वहीं, फारबिसगंज बाजार समिति में चारों तरफ गंदगी अम्बार फैला हुआ है जो भीषण बीमारी को सरेराह न्यौता दे रहा है वही, मंडी में लोगों का चलना बरसात के दिनों में परेशानी का सबब बन गया है.
आपको बता दें की प्रतिदिन करोड़ों रुपये के करीब की फल साग सब्जी की खरीद-बिक्री यहां होती है. वही, इसके अलावा किराना विक्रेता और गल्ला की थोक मंडी होने से हमेशा यहां छोटे बड़े वाहनों का काफिला बाजार समिति में लगा रहता है. बताया जाता है की इस मंडी में 100 के करीब लाइसेंसधारियों व्यापारी यहां कार्यरत हैं. वही, जबकि गैर सरकारी व्यवसायियों को संख्या दो सौ के करीब है. इस बाजार समिति में सालों भर जल-जमाव की समस्या से यहां के सैकड़ों व्यवसायी परेशान व पूरी तरह त्रस्त है. बाजार समिति की नारकीय स्थिति होने से व्यवसायियों के समक्ष चिंता सताने लगी की वे अपना व्यवसाय कैसे करें. बाजार समिति में सुबह होते ही लोगों की भीड़ जमा हो जाती है. हमेशा दर्जनों की संख्या में ऑटो, पिकअप वाहन यहां खड़े रहते हैं. लेकिन सरकारी स्तर पर कोई सुविधा नहीं है।