पूर्णिया/रूपौली/अभय कुमार सिंह : भवानीपुर बाजार के व्यवहार कुशल तथा जमींदार परिवार से आनेवाले गोपाल यादुका की अर्थी जैसे ही उठी, वैसे ही समुचा भवानीपुर चित्कार कर उठा । सभी के हाथ उपर उठ गए तथा भगवान से उनकी हत्यारे के लिए बददुआ मांगने लगे । वे लगातार रोये जा रहे थे । पत्नी साधना देवी अपने पति की अर्थी जाते देख बेहोश हो जा रही थी तथा लगातार उनकी आंखों से आंसूओं का सैलाब निकल रहा था ।
पुत्र गोलु कुमार, पुत्री रूपाली कुमारी सहित सभी स्वजन लगातार चित्कार कर रहे थे । सभी ने अश्रुपूरित नजरों से उन्हें विदाई दी । कहते हैं ज्यादा अच्छा इंसान बनना भी कभी-कभी खतरे में डाल देता है, यही हाल गोपाल यादुका के साथ हुआ था । उनका अंतिम-संस्कार मनिहारी घाट पर किया गया । उनका पुत्र नितीश कुमार उर्फ गोलु ने मुखाग्नि देकर किया ।
यह बता दें कि गोपाल यादुका को रविवार की सुबह बाइक सवार दो हत्यारे उनकी दुकान पर आए थे तथा पेंट खरीदने के बहाने उनके पास पहुंचे थे । एक हत्यारे ने पेंट की मांग की थी तथा जब दुकान का नौकर पेंट लाने गोदाम गया, तब एक हत्यारे ने उनकी कनपटी में सटाकर गोली मार दी थी तथा पूर्णिया इलाज के लिए ले जाते समय उनकी रास्ते में ही मौत हो गई थी ।
इस घटना ने भवानीपुर ही नहीं पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी, लोगों के जेहन में भय का वातावरण फैल गया है । पता नहीं कब कौन-सी घटना कब किसके साथ हो जाए । लोगों ने पुलिस अधीक्षक से तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार कर फांसी पर चढ़वाने की मांग की है तथा पीड़ित परिवार को पूरी सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है । इसके साथ ही उनकी जमीन पर गलत निगाह डाले सभी भूमि लूटेरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है ।