पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: रूपौली की पूर्व विधायक सह बिहार सरकार की पूर्व मंत्री सह पूर्व लोकसभा राजद प्रत्याशी बीमा भारती के पटना स्थित आवास पर भवानीपुर पुलिस सहित अनेक थानों के पुलिसबल के पहुंचने पर बीमा भारती भड़क उठीं तथा पुलिस की कार्रवायी पर अंगुली उठाते हुए कहा कि वह एक महिला के सरकारी आवास पर बिना महिला पुलिस को लिए कैसे घुस गई, वह उनके उपर मानहानि का मामला दर्ज करेंगी। यह बता दें कि 2 जून की सुबह भवानीपुर बाजार के जमींदार तथा व्यवहार कुशल व्यवसायी गोपाल यादुका की हत्या दिनदहाड़े बाइक सवार दो अपराधियों ने कनपटी में गोली मारकर कर दी थी। इसी मामले में पुलिस ने 16 जून को ही दो अपराधियों भवानीपुर के विकास यादव एवं बी कोठी भतसारा के ब्रजेश यादव को बाइक सहित गिरफ्तार किया था। इनके कबुलनामे में यह बात सामने आयी थी कि इस हत्या के पीछे जमीन ब्रोकरी का मामला है। गोपाल यादुका की हत्या के लिए पूर्व विधायक बीमा भारती के पुत्र राजा कुमार का नाम सामने आया था। इसी को लेकर भवानीपुर पुलिस सहित अनेक जगहों की पुलिस पूर्व विधायक बीमा भारती के पटना स्थित आवास पर छापेमारी करने पहुंची थी।
अचानक आवास पर पुलिस केे दबिस देने पर बीमा भारती आगबबूला हो गई थीं तथा पुलिस पर आरोप लगाया था कि एक महिला के आवास पर बिना महिला पुलिस के साथ कैसे घुस गई। इसके लिए वह मानहानि का मामला दर्ज करवाएंगी। राजद नेत्री बीमा भारती ने भड़कते हुए कहा कि यह एक साजिश के तहत उनके परिवार को फंसाया जा रहा है। पुलिस जिस प्रकार उनके आवास पर बिना नोटिस के आ धमकी, क्या वह अपराधी, क्या वह आतंकवादी को छूपाकर रखी हैं। जब गोपाल यादुका की हत्या हुई थी, तब उनके पति तत्काल विरोध में बाजार बंद करवाया था। शव के अंत्यपरीक्षण के बाद शव के आने के बाद वह तत्काल उन्हें देखने गई थीं। जब से वह जदयू से नाता तोड़ी हैं, तब से उनके परिवार को फंसाने की साजिश की जा रही है, इसमें सरकार के लोगों का हाथ है। जिस तरह से उनके परिवार के साथ साजिश की जा रही है, वह चूप नहीं बैठेंगी। वह रूपौली जनता के बीच जाएंगी तथा वहां अपने कार्यकर्ताओं के साथ आंदोलन करेंगी। यह पूछने पर कि क्या वह चुनाव लड़ेंगी, उन्होंने कहा कि सौ प्रतिशत वह राजद के प्रत्याशी के रूप में विधायक का चुनाव लड़ने जा रही हैं। वह रूपौली की जनता को अकेली नहीं छोड़ने वाली हैं। वह इस साजिश का डटकर मुकाबला करेंगी तथा साबित करेंगी कि उनके परिवार को फंसाने की चाल थी।
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