पूर्णिया: अमौर प्रखंड में कनकई नदी का कटाव स्थानीय निवासियों के लिए गंभीर खतरा बन गया है। महेश बथाना गांव से प्राप्त चौंकाने वाली तस्वीरों ने प्रशासन और जनता दोनों को चिंतित कर दिया है। कनकई नदी के किनारे बसे एक घर की दुर्दशा इस समस्या की गंभीरता को दर्शाती है। तस्वीरों में दिख रहा है कि यह मकान धीरे-धीरे नदी में समाता जा रहा है। स्थानीय निवासी ने बताया, “हमारा गांव कई वर्षों से कटाव की समस्या से जूझ रहा है, लेकिन इस बार स्थिति बहुत खराब है।”क्षेत्र में बाढ़ और कटाव का दोहरा खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया, “हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और आवश्यक कदम उठा रहे हैं।”
हालांकि, गांव के निवासी सरकारी प्रयासों से संतुष्ट नहीं हैं। ग्रामीण ने कहा, “हर साल यही कहानी दोहराई जाती है। हमें स्थायी समाधान की जरूरत है, न कि अस्थायी राहत कार्यों की।यह घटना क्षेत्र में बाढ़ नियंत्रण और नदी प्रबंधन की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करती है। स्थानीय लोगों की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए ताकि उनके घर और जीवन सुरक्षित रह सकें।