पूर्णिया/रूपौली /अभय कुमार सिंह : टीकापटी थाना क्षेत्र के कोशिकीपुर के लगभग एक दर्जन मछुआरा सोमवार की संध्या लगभग 4.30 बजे, कुरसेला थाना क्षेत्र के कोसी नदी पुल के पास मछली मारने के दौरान नाव सहित डूब गए, जिनमें से किनारे आराम कर रहे मछुआरों ने किसी प्रकार बचा लिया है, परंतु एक मछुआरा लापता है ।
खबर पाते ही प्रशासनिक पदाधिकारी सहित पुलिस घटना स्थल पर पहुंच चूकी है, साथ ही एनडीआरएफ की टीम भी मछुआरे का पता लगाने के लिए गोताखोरों की मदद ले रही है । समाचार प्रेषण तक तथा रात हो जाने के कारण लापता मछुआरा का पता नहीं चल पाया है । इधर लापता मछुआरा के घर पर कोहराम मचा हुआ है । घटना के बारे में प्रत्यक्षदर्शी संजय सिंह, सूरज सिंह, पूर्व मुखिया विवेकानंद सिंह ने बताया कि कोशिकीपुर गांव के दर्जनों मछुआरे प्रतिदिन की तरह कोशी नदी में मछली मारने गए थे ।
एक नाव पर लगभग एक दर्जन मछुआरा सवार होकर महाजाल में फंसी मछलियों को जाल सहित नाव के सहारे खींचकर किनारे जा रहे थे । अचानक पूर्ववईया हवा के झोंके से नाव पलट गई तथा मछुआरा डूबने लगे । नाव के डूबते हुए किनारे पर आराम कर रहे दर्जनों मछुआरों ने देख लिया तथा वे अपनी-अपनी नाव लेकर उन्हें बचाने दौड पड़े । उनमें से सभी को बचा लिया गया, परंतु एक मछुआरा लालचंद सिंह पिता युगल सिंह उम्र लगभग 65 वर्ष का कहीं पता नहीं चल पाया ।
उन्होंने कहा कि नाव जब डूबी थी, तब उनके हाथ में एक डब्बा था, उसी के सहारे वे बचने का प्रयास कर रहे थे, परंतु पानी का बहाव तेज रहने के कारण वे पानी में डूब गए । उनका अभी तक पता नहीं चल पाया है । संभावना है कि वे जाल में फंस गए होंगे । घटना स्थल पर प्रशासनिक पदाधिकारी सहित एनडीआरएफ की टीम लगातार लापता व्यक्ति की तलाश कर रही है । इधर लालचंद सिंह के परिवार में कोहराम मचा हुआ है । नाव में महानंद सिंह, दिनेश सिंह, नीरू सिंह सहित लगभग एक दर्जन मछुआरा सवार थे ।