पूर्णिया : पूर्णिया जिले के धनगामा डुमरा गांव में एक भयानक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 30 वर्षीय रुकसाना खातून की उसके ही पति अजीजुल रहमान, ससुर गुलाम मुस्तफा और देवर जियाउल रहमान द्वारा बेरहमी से हत्या कर दी गई। घटना के पीछे दहेज की मांग और लालच बताई जा रही है।
रुकसाना के परिवार के लोगों ने बताया कि शादी के कुछ साल तक सब कुछ ठीक चला, लेकिन फिर पति और ससुरालवालों ने रुकसाना पर दहेज की मांग बढ़ा दी। जब उन्होंने छोटी-बड़ी मांगें पूरी कर दी, तो उनकी मांग और बढ़ गई। पिछले एक महीने से वे दो लाख रुपये नकद और एक बाइक की मांग कर रहे थे।
जब रुकसाना इन मांगों को पूरा नहीं कर पाई, तो पति और ससुरालवालों ने उस पर अत्याचार बढ़ा दिया। सप्ताह भर पहले रुकसाना ने अपने परिवार को फोन करके बताया था कि उसे पीटा जा रहा है और उसकी हत्या की जा सकती है। लेकिन उसके परिवार ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया।
आखिरकार, दहेज की लालच में पति और उसके परिजनों ने रुकसाना पर बेरहमी से हमला किया। उसके हाथों की नसें काट दी गईं, उसके शरीर और प्राइवेट अंगों पर गंभीर चोटें पहुंचाई गईं। फिर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। सबसे दर्दनाक बात यह है कि रुकसाना उस समय 6 महीने की गर्भवती थी।
जब रुकसाना के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे, तो पति और उसके परिवार वालों ने झूठ बोलकर कहा कि उसकी मौत करंट लगने से हुई है। लेकिन जब उन्होंने रुकसाना के शरीर पर पिटाई के भयानक निशान देखे तो सच्चाई समझ आई। इस मामले में पुलिस ने पति, ससुर और देवर को हिरासत में ले लिया है, जबकि सास और भांजा फरार हैं।
यह पूरी घटना दहेज प्रथा के कुरीतियों को उजागर करती है। एक महिला जो अपने घर की लाज थी, उसी की हत्या उसके पति और ससुरालवालों द्वारा सिर्फ धन की लालच में कर दी गई। ऐसे अपराधों पर कड़ी कार्रवाई की जरूरत है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न घटें और समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान बना रहे।