अयोध्या उ. प्र: Ram Mandir Anniversary 2025 अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ का भव्य समारोह शनिवार (प्रतिष्ठा द्वादशी) को आरंभ हो गया है। मंदिर परिसर में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शृंखला की शुरुआत पवित्र यजुर्वेद पाठ से हुई। दोपहर 12:20 बजे भगवान की भव्य आरती होगी, जिसके बाद भगवान को 56 विशेष व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा। मंदिर ट्रस्ट ने बताया कि 11 से 13 जनवरी तक चलने वाले इस विशेष समारोह में उन आम लोगों को भी शामिल किया जाएगा, जो पिछले साल के ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे। करीब 110 विशिष्ट अतिथियों (वीआईपी) के साथ-साथ हजारों श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
अंगद टीला स्थल पर एक विशाल जर्मन हैंगर टेंट लगाया गया है, जिसमें एक साथ 5,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। स्थानीय निवासी अनूप मिश्रा ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि जनवरी 2024 में प्राण प्रतिष्ठा के समय वे राम जन्मभूमि नहीं पहुंच पाए थे, लेकिन इस बार पहली वर्षगांठ पर रामलला के दरबार में पहुंचकर स्वयं को भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं। भोपाल से आईं श्रद्धालु सरला माहेश्वरी ने बताया कि वे दो दिन पहले ही अयोध्या पहुंच गई थीं और भगवान के दर्शन की प्रतीक्षा में उत्साहित हैं। इस अवसर पर राम मंदिर निर्माण के लिए हुए ऐतिहासिक संघर्ष को भी याद किया जा रहा है। विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर देशभर से आए कारसेवकों की कहानियां आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं।
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर के विदोखर गांव के मिथलेश कुमार द्विवेदी ने उन कठिन दिनों को याद करते हुए बताया कि किस तरह कारसेवकों ने पुलिस फायरिंग का सामना किया। उन्होंने बताया कि तत्कालीन परिस्थितियों में, जब अयोध्या के हर कोने पर पुलिस बल तैनात था, कारसेवकों को खेतों और जंगलों से होकर 25 किलोमीटर पैदल चलकर अपने घरों तक पहुंचना पड़ा। आज जब राम मंदिर की भव्यता देश-विदेश में चर्चा का विषय है, तब यह समारोह न केवल अयोध्या बल्कि पूरे देश में आस्था और उल्लास का प्रतीक बन गया है। मंदिर प्रांगण को भव्य पुष्प सज्जा से सजाया गया है और श्रद्धालुओं का आना-जाना निरंतर जारी है।