सहरसा/अजय कुमार : जिले के महिषी प्रखंड स्थित ऐतिहासिक कंदाहा सूर्य मंदिर परिसर में रविवार को योग साधक प्रभाकर द्वारा आयोजित किया गया।इस अवसर पर सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराते हुए योग साधक प्रभाकर ने कहा समय अभाव के कारण शारीरिक दुख परेशानी रहते हुए भी योग से जुड़ नहीं पाते हैं।उनके लिए कम समय में ही सूर्य नमस्कार संपूर्ण योग अभ्यास है। प्रातः काल सूर्योदय के समय पूर्वाभिमुख होकर साधक केवल सूर्य नमस्कार योग कर ले संपूर्ण 84 लाख आसनों का लाभ प्राप्त कर सकेगा।
विधिवत सूर्य नमस्कार करने से अद्भुत लाभ होता है।सूर्य नमस्कार में 12 आसन होते हैं।उनको दोहराने से एक चक्र हो जाता है। सूर्य नमस्कार के अभ्यास करने से शारीरिक और आध्यात्मिक लाभ एक साथ होता है। ऐसी मान्यता है की एक चक्र सूर्य नमस्कार करने से एक गाय दान देने के बराबर फल प्राप्ति होता है।
साथ ही एक चक्र सूर्य नमस्कार से एक बार गंगा स्नान करने का फल प्राप्त होता है। एक चक्र सूर्य नमस्कार में संपूर्ण 84 लाख आसनों का लाभ मिलता है।सूर्य नमस्कार करने से पूर्व सावधानी बरतना पड़ता है जिन लोगों को क्रॉनिक समस्या हो हार्ट का समस्या हो कमर में अत्यधिक दर्द हो तो योग शिक्षक या चिकित्सक से परामर्श लेकर ही अभ्यास करें।सूर्य नमस्कार के नियमित अभ्यास से शरीर स्वस्थ सुडौल और लचीला बन जाता है आलस कोसों दूर हो जाता है शरीर में आश्चर्यजनक स्फूर्ति प्राप्त होता है।
श्री प्रभाकर ने कहा कि पढ़ाई करने वाले बालक के लिए सूर्य नमस्कार रामबाण का काम करता है। सूर्य देव की आराधना सूर्य नमस्कार के साथ किया जाए तो आश्चर्यजनक लाभ मिलता है। ग्रामीणों ने एक साथ एक स्वर में योग साधन से आग्रह किये कि यहां नियमित रूप से सूर्य नमस्कार का कार्यक्रम किया जाय।आप अभी गांव आए हैं हम लोगों को एक उम्मीद और एक आशा जगी। आपके साथ हम लोगों को योग सीखने का अवसर मिलेगा।योग गुरु ने कहा हम जब भी गांव आते हैं।
कोसी कमिश्नरी सहित दियारा क्षेत्र में घूम घूम कर योग शिविर लगाते हैं ताकि हमारे जिला के लोग योग के क्षेत्र में भी किसी से पीछे ना रह जाए।इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पुजारी बाबा बाबू कांत झा, कुंदन झा, राजू और सूर्य मंदिर के सभी पुजारी गण का काफी सहयोग रहा।
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