सहरसा/अजय कुमार : जिले में रामनवमी का पर्व पूरे हर्षोल्लास से साथ भक्तिमय वातावरण में बुधवार को मनाया जा रहा है।शहरी क्षेत्र के लगभग सभी मुख्य मंदिर पर भव्य आयोजन किये गये हैं। लेकिन लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता के कारण कार्यक्रमों में कटौती की गयी है। इसके बावजूद पूरा वातावरण भक्तमय बना हुआ है।
वही जिला प्रशासन लगातार चौकस बना रहा।इस अवसर पर सदर एसडीओ प्रदीप कुमार झा, सदर एसडीपीओ आलोक कुमार, सदर थानाध्यक्ष श्रीराम सिंह सहित अन्य लगातार क्षेत्र का भ्रमण कर जायजा लेते रहे। खासकर पंचवटी चौक पर होने वाले कार्यक्रम की निगरानी होती रही।सभी महावीर मंदिरों को आकर्षक रूप से सजाया गया है. साथ ही भजन कीर्तन एवं अष्टयाम का कार्यक्रम संचालित हो रहा है। खासकर शहर के पंचवटी चौक पर श्री राम जन्मोत्सव एवं रामनवमी मेला आयोजित की गयी है।
मंदिर में राम, लक्ष्मण, भरत शत्रुघ्न व हनुमान की भव्य प्रतिमा तैयार कर पुरे विधि विधान से पूजन अर्चण किया जा रहा है।पंचवटी में विगत 44 वर्षों से रामनवमी मेला का भव्य आयोजन हो रहा है। इस अवसर पर भजन कीर्तन का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। वहीं गुरुवार को पटेल मैदान में अन्य वर्षों की भांति घोड़ा दौड़ प्रतियोगिता का आयोजित किया जायेगा।
इस अवसर पर स्कूली बच्चों को भगवान के रूप में सजाकर घोड़े तथा वाहनो के साथ विशाल शोभायात्रा निकाली गयी। शोभा यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।शोभायात्रा निर्धारित रूट से शहर के सभी मुख्य चौक चौराहे होते हुए वापस कार्यक्रम स्थल पहुंचा। झांकी देखने के लिये लोग सडक किनारे खडे हो भगवान श्रीराम के जयकारे लगा रहे थे।संस्थापक रमेश यादव के नेतृत्व में अन्य वर्षों की भांति पंचवटी चौक पर मेले का भी आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ शिलेन्द्र कुमार, डॉ विनय कुमार चौधरी, रामविनय सिंह, रामप्रकाश सिंह, दीनानाथ यादव, श्यामाचरण झा, जितेंद्र कुमार सिंह, संस्थापक रमेश चंद्र यादव ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थापक रमेश चंद्र यादव एवं संचालन प्रो विनय चौधरी ने किया। डॉ शिलेंद्र कुमार ने कहा कि पंचवटी में राम जन्मोत्सव के अवसर पर मेला एवं सांस्कृतिक आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाता है।इस मेले का लोगों को इंतजार रहता है।
उन्होंने मेला समिति एवं आयोजक मंडल को धन्यवाद देते कहा कि भगवान राम कण-कण में समाए हैं। उनका आचरण सदैव अनुकरणीय है। भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेकर राम रुपी जीवन जीने का संकल्प लें। हमारा सनातन धर्म दुनिया का सबसे बढ़िया घर्म संस्कृति है एवं सबसे पुराना है। जिसे पश्चिम देश अपना रहे हैं एवं हमलोग पश्चिमी सभ्यता को देख रहे हैं। हम लोगों को राम, लक्ष्मण, सीता व रामायण से सीखने की जरूरत है।
उनके चरित्र को जीवन में उतारने की जरूरत है। कुछ पढ़ें लिखे लोग धर्म के बारे में अनाप-शनाप बोलते हैं। जबकि उनको समाज की बुराईयों को खत्म करने के लिए पहल करनी चाहिये। संस्थापक रमेश चंद्र यादव ने कहा कि आज पूरे विश्व में भगवान राम के भक्त रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर में पांच सौ वर्षो के संघर्ष के बाद इसबार रामनवमी पर्व मनाया जा रहा है। सभी जगहों पर रामनवमी में भव्य रूप से कार्यक्रम आयोजित की जा रही है।
उन्होंने कहा कि रामराज्य की कल्पना को साकार करते हुए हम विश्व गुरु बनने की राह पर हैं। राम के पद चिन्हों पर चलकर हम इस परिकल्पना को साकार कर सकते हैं।मौके पर कमेटी अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह चमन, उपाध्यक्ष दुर्मिल मिश्र, राजीव कुमार भगत, राम प्रकाश सिंह, सचिव राम विनय सिंह, संयुक्त सचिव मुरारी प्रसाद यादव, जितेंद्र कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष दीनानाथ यादव, संगठन सचिव पियूष रंजन, सदस्य डॉ रमेश कुमार सिंह, नकुल प्रसाद सिंह, कैलाश प्रसाद सिंह, मोल चंद्र झा, उदय शंकर सिंह, सुरेश चंद्र, अवधेश झा, सुभाष यादव, श्यामाचरण झा, सुशील कुमार सिंह, हर्ष राज, हिमांशु राज, योगेश जयसवाल, भूपेंद्र यादव, गुलाब यादव, राधे यादव, विक्रम कुमार, अंजनी कुमार सिंह, ज्योतिष कुमार झा सहित अन्य मौजूद थे।
वहीं रामनवमी के अवसर पर शहर के महावीर मंदिर, बटराहा वार्ड 23 स्थित बजरंगबली मंदिर, हटियागाछी, कचहरी स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर, कोर्ट स्थित हनुमान मंदिर, डा आशोक कुमार सिंह के आवास के निकट, प्रताप चौक, विद्यापति नगर, पशुपालन कोलनी स्थित बजरंगबली स्थान सहित दर्जनों महावीर मंदिरों में रामनवमी का भव्य आयोजन किया गया है। शहर पूरी तरह भक्तिमय बना है। पर्व को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सजग है। सभी मुख्य चौक चौराहों पर मजिस्ट्रेट व पुलिस बल तैनात हैं।संस्थापक रमेश चंद्र यादव ने कहा कि सायं में रामायण पाठ का आयोजन किया जाएगा वही गुरुवार को पटेल मैदान में घोड़ा रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।
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