पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: टीकापट्टी थाना क्षेत्र के तीनटंगा नवटोलिया गांव में टीन के घेरा में सटने मात्र से एक व्यक्ति की रड से सिर पर वारकर बुरी तरह से जख्मी कर दिया गया था, जिसकी मौत इलाज के दौरान मायागंज अस्पताल में हो गई है। शव के गांव पहूंचते ही स्वजनों में कोहराम मच गया। स्वजन आरोपितों की गिरफ़्तारी तक शव को अंतिम-संस्कार से मना करने पर, मौके पर पहूंची ने अंतिम-संस्कार के लिए मनाया तथा अंतिम-संस्कार करवाया। इस संबंध में गांव के ही दो व्यक्तियों को आरोपित किया गया है। इस संबंध में पीडित पत्नी तेतरी देवी पति स्व0 छठु मंडल ने बताया कि उसके पति धान कूटने की मशीन चलाते हैं। 19 दिसंबर 2023 को उसके पति धान कूटकर घर आ रहे थे, तभी मशीन से उसके पडोसी सूरज कुमार पिता स्व0 श्यामलाल मंडल एवं उसकी मां रंजो देवी उसके पति के साथ गाली-ग्लौज करते हुए रड से उसके पति के सिर पर प्रहार कर दिया गया, जिससे उसके पति घायल होकर गिर गए। वेलोग तुरत उठाकर रेफरल अस्पताल पहूंचाए, जहां से उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार कर, पूर्णिया रेफर कर दिया। पूर्णिया से भी उन्हें सिलीगुडी रेफर कर दिया। फिर वहां से मायागंज रेफर कर दिया गया, जहां उनकी 15 दिनों तक जीवन-मौत से संघर्ष करते हुए वे जिंदगी से जंग हार गए। उनकी मौत 2 जनवरी को हो गई। मौके पर एसआई पीडी चौधरी एवं एसआई विजय कुमार भारती मौत की खबर तथा शव के गांव पहूंचने पर पहूंचे तथा स्वजनों को आरोपितों की गिरफ़्तारी की बात करते हुए अंतिम-संस्कार के लिए मनाया।
साधारण-सी बातों पर भी हिंसक हो रहे हैं लोग-
साधारण-सी बातों को लेकर भी अब लोग हिंसक होते चले जा रहे हैं। कब कहां कौन-सी घटना हो जाएगी, कहना मुश्किल है। व्यक्तिगत स्वार्थ एवं असामाजिक सोच सबको हिंसा की राह पर धकेलना शुरू कर दिया है। छठू मंडल की हत्या कुछ इसी बात की गवाह है। उस बेचारे की गलती मात्र इतना है कि उसकी मशीन टीन की टाटी में सट गई थी। छठू अपनी ओर से मुआवजा देने को भी तैयार थे, परंतु अपनी टीन का घेरा देख, ऐसा लगा था कि छठू ने बहुत बडा अपराध कर दिया था। 19 दिसंबर की सुबह जब टीन के घेरा में मशीन से ठोकर लगी थी, तब यह मामला हो-हल्ला के बाद शांत हो गया था। छटू मंडल मुआवजा देने को तैयार थे। उसी दिन शाम के समय छठू हजामत बनाने के बाद लौटने के क्रम में उनपर रड से अचानक वार कर बुरी तरह से घायलकर दिया गया। उनके सभी स्वजन तत्काल उन्हें अस्पताल पहूंचाया, जहां 15 दिनों तक जीवन-मौत से संघर्ष करते हुए, अपनी जिंदगी से हार गए। इस घटना ने सबको सकते में डाल दिया है। कुल मिलाकर इस घटना से स्पष्ट होता चला जा रहा है कि थोडे से स्वार्थ या किसी की गलती को माफ करने के बजाय, उसकी पिटाई या फिर हत्या करने से नहीं चूक रहे हैं। वही इस मामले में टीकापट्टी थानाध्यक्ष अमित कुमार बताते है की घटना के बाद दिये गए आवेदन के बाद कांड संख्या 125/2023 दिनांक 25.12.2023 को मामला दर्ज कर लिया गया था। अब मौत हो गई है तो सुसंगित धाराओं के तहत मामले में धाराएं जूट जाएंगी। आरोपितों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।