सीवान: Bihar Hooch Tragedy बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब का कहर जारी है। सीवान और छपरा जिले से एक बार फिर जहरीली शराब से मौत की खबरें सामने आई हैं। दोनों जिलों में कुल आठ लोगों की मौत हो गई है, जबकि पांच लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। घटना के बाद प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया है। सीवान के भगवानपुर प्रखंड स्थित माघर गांव में सात लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। तीन अन्य लोगों की हालत गंभीर है, जिनमें से एक को पटना रेफर किया गया है, जबकि दो का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। मृतकों में अरविंद सिंह (40), रामेंद्र सिंह (30), संतोष महतो (35), मुन्ना कुमार (32) और रविंद्र सिंह समेत विलासपुर और सरसैया गांव के निवासी शामिल हैं।
महाराजगंज के एसडीएम अनिल कुमार ने कहा, “प्राथमिक जांच में शराब के सेवन से मौत का मामला लग रहा है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” छपरा के मशरक क्षेत्र में भी जहरीली शराब का कहर देखने को मिला। यहां लतीफ मियां के पुत्र इस्लामुद्दीन की मौत हो गई, जबकि शमशाद और मुमताज अंसारी की आंखों की रोशनी चली गई। दोनों का इलाज अस्पताल में जारी है। घटना इब्राहिमपुर काइया टोला की है।
प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। दो शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि शराबबंदी के बावजूद क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। पुलिस और प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच में जुटी हैं। वहीं, पीड़ित परिवारों में मातम का माहौल है। स्थानीय नागरिकों ने शराब माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।