पूर्णिया: PURNIA NEWS विश्व हिन्दू परिषद् पूर्णिया ने गुरुवार को विहिप का 60 वां स्थापना दिवस समारोह व षष्ठी पूर्ति वर्ष बड़े ही धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ अभूतपूर्व सफलता के साथ अमौर शहर के शिव दुर्गा मंदिर में मनाया गया। समारोह के मंच पर विश्व हिन्दू परिषद् के क्षेत्र मंत्री व मुख्य वक्ता बीरेंद्र कुमार विमल, जिला अध्यक्ष पवन कुमार पोद्दार, अमौर विहिप प्रखंड अध्यक्ष अरुण कुमार शर्मा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खंड कारवाह कमल शर्मा, अमौर पालक रंजन कुणाल जी, शिव दुर्गा मंदिर अध्यक्ष उमेश राय, संत रामदेव गोस्वामी, मुखिया प्रतिनिधि विवेकानंद झा ने विश्व हिन्दू परिषद् के स्थापना एवं उद्देश्यों पर अपने अपने विचार व्यक्त किए। मंचासीन लोगों को विहिप अमौर के अधिकारियों ने अंगवस्त्र एवं प्रतिक चिन्ह देकर, पुष्प मालाओं से सम्मानित किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए प्रखंड अध्यक्ष श्री अरुण कुमार शर्मा ने मंचासीन संतों, अधिकारियों, विहिप बजरंगदल मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी के अधिकारियों कार्यकर्ताओं, हितचिंतकों, के साथ साथ समारोह में शामिल माता बहनों, पत्रकार बंधुओं, विचार परिवार के लोगों, अमौर के सभी धार्मिक सामाजिक सांस्कृतिक संगठन के अधिकारी व कार्यकर्ता तथा कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग देने वाले सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह में प्रखंड के सभी पंचायत के विहिप, बजरंगदल, मातृशक्ति , दुर्गावाहिनी की कार्यकर्ता शामिल हुए।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता श्री वीरेंद्र कुमार विमल ने कहा कि विहिप की स्थापना कृष्ण जन्माष्टमी के दिन 1964 को चिन्मय मिशन आश्रम में संघ के द्वितीय सरसंघचालक श्री गुरु जी के मार्गदर्शन में विभिन्न मत पंथ संप्रदाय के साधू संत धर्म गुरु , महामंडलेश्वर द्वारा विश्व के तमाम हिन्दुओं को संगठित करने, संस्कारित करने, सबल बनाने, स्वावलंबी बनाने,अपने मान बिन्दुओं की रक्षा खासकर मां बहने, गंगा माता, जन्म देने वाली माता, गौमाता,मठ मंदिर धर्म ग्रंथ, साधू-संत की रक्षा के लिए किया गया है। विहिप सेवा एवं सत्संग के माध्यम से समरसता मुलक समाज की स्थापना, धर्मान्तरण रोकने, गौहत्या रोकने, लव-जिहाद रोकने, जाती पाती छुआ छूत मिटाने के उद्देश्य से किया जा है। सीमांचल में हिन्दू अल्पसंख्यक होते जा रहा है। उनपर अत्याचार बढ़ता जा रहा है। जबतक हिन्दू संगठित नहीं होगा तब-तब उनपर अत्याचार होता रहेगा। जहां जहां हिंदू घटा वहां वहां हिन्दू कटा। हमलोगों ने संकल्प लिया है की न हिन्दू को घटने देंगे न बंटने देंगे। विहिप अपने ध्येय वाक्य मम दीक्षा हिन्दू रक्षा,मम तंत्र समानता। हिन्दू सोदरःसर्वे न हिन्दू पतितो भवेत्। धर्मो रक्षित रक्षितः। सेवा सुरक्षा और संस्कार। हिन्दू समाज की रक्षा करना विहिप का प्रमुख उद्देश्य है। हमारी कोशिश है की विहिप स्थापना के 60 वर्ष पुरे होने पर सभी गांवों तक हमारे संगठन का विस्तार हो। और नवरात्रि में दुर्गा पूजा अष्टमी के दिन मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी के सहयोग से अस्त्र शस्त्र की पूजा हर एक दुर्गा मंदिर में होनी चाहिए और सप्ताह में 168 घंटे होते उसमे से 1 घंटा हिंदू समाज के लिए धर्म सेवा, मठ मंदिर सेवा के लिए निश्चित स्थान, निश्चित समय, निश्चित दिन, सुनिश्चित कर सप्ताह में एक बार बैठकया सत्संग, हनुमान चालीसा पाठ सामूहिक रूप से करनी चाहिए। हमारे देवी देवताओं के एक हाथ में शास्त्र और दुसरे हाथ में शस्त्र रहता है।
उसी तरह हर हिन्दुओं के घर में शास्त्र और शस्त्र आत्मरक्षार्थ होना चाहिए। आत्म रक्षा हमारा मौलिक अधिकार है। हम अब न हिन्दुओं को बंटने देंगे ना कटने देंगे। जब जब हिन्दू बंटा तब तब हिन्दू कटा। जहां जहां हिंदू आबादी घटी वह क्षेत्र भारत से अलग हो गया। विहिप स्थापना दिवस समारोह को सफल बनाने में विहिप अमौर प्रखंड अध्यक्ष श्री अरुण कुमार शर्मा, मंत्री विमलेश कुमार, सहमंत्री सोहन चौधरी ,सुजीत कुमार, सत्संग प्रमुख संजय राय, प्रचार प्रसार प्रमुख अवधेश कुमार, संयोजक संग्राम साह, विकास कुमार, संपर्क प्रमुख रितेश कुमार, सुशील कुमार, सुनील कुमार, शंकर साह, मातृ शक्ति की सोनी चौधरी, बेबी देवी, अंजली देवी, रानी देवी, हेमंती देवी, खुशबू देवी सहित अनेक कार्यकर्ता तथा ग्रामीणों को महत्वपूर्ण योगदान रहा। समारोह में विहिप पूर्णिया से पवन कुमार पोद्दार, मृत्युंजय महान, अमित कुमार साह, रंजन कुणाल, नन्दू जी, गुप्ता जी, प्रिया कुमारी, मधु सहनी ने भाग लिया। महिलाओं की भागीदारी सर्वाधिक रही। समारोह समापन के बाद सामुहिक भोजन ग्रहण किया गया। कार्यक्रम स्थल जय श्रीराम के जयघोष से गूंजायमान रहा। भगवा ध्वज से कार्यक्रम स्थल भगवा मय नजर आया। विहिप स्थापना दिवस समारोह को लेकर लोगों में जबरदस्त खुशी, उत्साह और उमंग देखा गया।