पूर्णिया/कटिहार, अभय कुमार सिंह: Bihar News भागलपुर एवं पूर्णिया जिलों को सीधा जोडनेवाला सिमडाघाट पुल का निर्माण कब पूरा होगा, अब यह यक्ष-प्रश्न बनता चला जा रहा है। इसका निर्माण कछुआ की गति से होने से यहां की लाखों की आवादी का विकास बाधित है। एकओर एप्रोच पथ बन गया है तथा दूसरी ओर यूंही पडा हुआ है। यह बता दें कि प्रखंड के कटिहार एवं भागलपुर जिला को जोडनेवाला पुल सिमडा घाट पर बन रहा है। इस पुल का निर्माण रामसखी इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा कराया जा रहा है। यह पुल लगभग चार कडोड ग्यारह लाख की लागत से बन रहा है तथा इसकी लंबाई 70.20 मीटर है। इसका निर्माण 2021 फरवरी माह में ही शुरू हो जाना चाहिए था तथा इसे 2022 वर्ष के फरवरी माह में ही बनकर तैयार हो जाना चाहिए था।
परंतु इसका निर्माण एकसाल बाद 2022 में शुरू किया गया था। यह भी बता दें कि प्रखंड मुख्यालय से लगभग तीस किलोमीटर दूर तथा कटिहार जिला के कुरसेला से सटा एवं भागलपुर के रंगडा ओपी की सीमा से लगा कोयली सिमडा पूरब पंचायत के अंतर्गत सिमडा गांव के उत्तरी किनारे कोसी धार है, जिसपर पुल नहीं होने से यहां के लोग आज भी अविकसित हैं। इस पुल के दोनों ओर का क्षेत्र पूरी तरह से बाढ प्रभावित है। जिसमें कोयली सिमडा पूरब, कोयली सिमडा पश्चिम, गोडियरपटी श्रीमाता पंचायतें शामिल हैं। यह क्षेत्र पूरी तरह से पिछडा बहुल इलाका है, जहां एक फसल होती है तथा पुल नहीं रहने से खासकर मछली व्यवसाय से जूडे लोग काफी परेशानी का सामना कर रहे है। इसके निर्माण कार्य शुरू होने से एकओर जहां लोगों में खुशियां व्याप्त हुई थी, वहीं दूसरी ओर इसके निर्माण में देरी से लोगों में काफी रोष व्याप्त है।
मौके पर पंचायत की मुखिया पवित्री देवी, सरपंच उषा देवी, सामाजिक कार्यकत्र्ता कुंदन बिहारी, सिंटू कुमार, गुलशन कुमार, धर्मेंद्र कुमार आदि ने कहा कि इस पुल के निर्माण में देरी होने से क्षेत्र के लोग काफी परेशान हैं। उन्होंने विधायक शंकर सिंह से मांग की कि वे इसके निर्माण की दिशा में पहल करे, ताकि यहां के लोगों की यातायात सुगम हो सके। वही इस सम्बन्ध में विभागीय कनीय अभियंता रवि कुमार ने बताया की ठीकेदार को कहा गया है, बहुत जल्द इस अधूरे पुल का कार्य पूरा हो जाएगा। उम्मीद है कि पुल 2025 के बरसात से पहले तैयार हो जाएगा तथा लोगों का आवागमन शुरू हेा जाएगा।