सहरसा, अजय कुमार: SAHARSA NEWS ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी एसोसिएशन द्वारा सिस्टर निवेदिता यूनिवर्सिटी कोलकाता में 8 से 12 जनवरी तक आयोजित 38वें ईस्ट जोन युवा महोत्सव 2024- 25 में बी एन मंडल यूनिवर्सिटी, मधेपुरा की टीम ने इतिहास रच दिया। ईस्ट जोन की 47 यूनिवर्सिटियों के बीच आयोजित भाषण प्रतियोगिता में बीएन मंडल को तृतीय, हारमोनियम में चतुर्थ और ग्रुप डांस में टीम को पांचवां स्थान मिला है। ईस्ट जोन प्रतियोगिता में प्रथम पांच स्थान प्राप्त करने वाली टीम ऑल इंडिया प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई कर जाती है। इसी आधार पर अब बीएन मंडल यूनिवर्सिटी के सभी 10 विजेता प्रतिभागी ऑल इंडिया युवा उत्सव प्रतियोगिता में हिस्सा लेगी। ऑल इंडिया युवा उत्सव प्रतियोगिता का आयोजन 1 से 7 मार्च तक नोएडा में आयोजित होगा। बीएन मंडल यूनिवर्सिटी मधेपुरा के 33 साल के इतिहास में यह पहला मौका है।
जब पहली बार ईस्ट जोन अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय को कोई पदक हासिल हुआ है। साथ ही पहली बार बीएन मंडल यूनिवर्सिटी की टीम को ऑल इंडिया प्रतियोगिता में भी हिस्सा लेने की दावेदार हो गयी है। साहित्यिक प्रतियोगिता के अंतर्गत भाषण प्रतियोगिता में बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा की पूजा कुमारी को तृतीय,भारतीय समूह गीत के अंतर्गत स्मृति सिंह, राजलक्ष्मी, सुप्रिया कुमारी, गणेश सुतिहार, रंजन कुमार और सीमा कुमारी के ग्रुप को भारतीय लोक गीत में चौथा तथा शास्त्रीय एकल वादन के अंतर्गत हारमोनियम वादन में गणेश सुतिहार को पांचवां स्थान मिला। इस टीम में संगत कलाकार की भूमिका श्रेया कुमारी, आशीष कुमार राम एवं मन्नू कुमार ने निभाई। इस अवसर पर समापन समारोह में बी एन मंडल यूनिवर्सिटी टीम के मैनेजर और ऑफिसियल प्रोफेसर गौतम कुमार सिंह, प्रोफेसर भारती कुमारी, अमित कुमार और अमरेंद्र कुमार मिश्रा को भी सम्मानित किया गया।
साथ ही शानदार प्रदर्शन के लिए बीएन मंडल यूनिवर्सिटी के कुलपति बी एस झा के लिए भी एक स्मृति चिह्न भेंट किया गया। बिहार से इस प्रतियोगिता में बी एन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के अलावा सिर्फ दो अन्य टीमों बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर और ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा ने भाग लिया था। सत्र 2024-25 में ही इंटर कॉलेज प्रतियोगिता के दौरान कुलपति प्रो बी एस झा ने घोषणा की थी कि जो भी विद्यार्थी अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में कोई भी पदक हासिल करेगा, उसकी पूरी फीस माफ कर दी जाएगी और उसको विश्वविद्यालय में तृतीय श्रेणी की नौकरी दी जाएगी। पूजा कुमारी इस अहर्ता को हासिल करने वाली पहली विद्यार्थी बन गयी हैं।