BPSC Protest LIVE : चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर के साथ आज तड़के की घटनाओं ने पटना में एक नया मोड़ ले लिया। सुबह 4 बजे गांधी मूर्ति स्थल से उनकी गिरफ्तारी के बाद का घटनाक्रम कई सवाल खड़े करता है। पुलिस प्रशासन ने एंबुलेंस (BR 01 PN 8249) में उन्हें सबसे पहले AIIMS पटना ले जाने का प्रयास किया, जहां उन्हें भर्ती करने से इनकार कर दिया गया। इसके बाद का घटनाक्रम और भी दिलचस्प हो गया, जब पुलिस उन्हें लेकर पटना के विभिन्न इलाकों में घूमती रही। नौबतपुर से लेकर शहर के विभिन्न अस्पतालों तक, लगभग 5 घंटों तक यह ‘भ्रमण’ जारी रहा। AIIMS के बाहर हुए लाठीचार्ज की घटना ने स्थिति को और तनावपूर्ण बना दिया।
हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम में सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि प्रशांत किशोर ने किसी भी प्रकार के मेडिकल इलाज से लगातार इनकार किया और अपना आमरण अनशन जारी रखा। अंततः पुलिस ने उन्हें फतुहा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल जांच के लिए ले जाया। यह घटनाक्रम न केवल प्रशासनिक कार्रवाई बल्कि एक राजनीतिक नेता के दृढ़ संकल्प को भी दर्शाता है, जो अपनी मांगों पर अडिग हैं। इस पूरे घटनाक्रम ने बिहार में प्रशासनिक कार्यशैली और लोकतांत्रिक विरोध के अधिकार पर नए सिरे से बहस छेड़ दी है।