सहरसा, अजय कुमार: लक्ष्मीनाथ योगपीठ ट्रस्ट के संस्थापक योग प्रशिक्षक आचार्य प्रभाकर द्वारा महिषी प्रखंड के महिसरहो मध्य विद्यालय में सोमवार को स्कूली बच्चो के बीच योग शिविर का आयोजन किया गया। योग प्रशिक्षक प्रभाकर ने कहा सुखी जीवन जीने के लिए योग परमावश्यक है।योग को अपने दिनचर्या में अवश्य शामिल करें।भारत सरकार योग को शिक्षा से जोड़ने के लिए सभी सरकारी संस्थान और गैर सरकारी संस्थान को निर्देश दिया है।वही कुछ प्रांतों में योग का पढाई सिलेबस पाठ्यक्रमानुसार विधिवत पढ़ाया जा रहा है।उन्होने कहा कि सौ वर्ष तक ही मनुष्य की आयु सीमा निर्धारित किया गया है । दो ढाई दशक पूर्व कठिन से कठिन कार्य गांव देहात के हर स्त्री पुरुष स्वयं कर लेते थे। जो कामकाज नाम मात्र रह गया है। रासायनिक खाद युक्त भोजन करते करते मानव शरीर जर्जर हो चुका है। एक व्यक्ति विभिन्न प्रकार के रोगों का दवाई खा रहे हैं । एक बीमारी ठीक होता नहीं की दूसरा बीमारी बढ़ जाता है।
कहावत है पेट सफा तो रोग सफा। महिसरहो मध्य विद्यालय में आज विद्यालय के बच्चों एवं शिक्षकों को स्वस्थ रहने का यौगिक क्रिया करके दिखाया गया और उन आसनों से होने वाले लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। केवल हार्ट, हाई ब्लडप्रेशर ,कमर दर्द के रोगी को सावधानी पूर्वक किसी प्रशिक्षित गुरु के सानिध्य में सीखकर या परामर्श लेकर ही अभ्यास करें।ताड़ासन,तृयक ताड़ासन, कटिचक्रासन,प्रणामासन, ताली बजाने का लाभ, हास्यासन, अंत में प्राणायाम का अभ्यास कराया गया।विद्यालय के प्रधानाचार्य कैलाश राय ने कहा अल्प समय में ही सहज तरीके से योग का अभ्यास हम सभी सीख पाए।शिविर को सफल बनाने में सभी शिक्षकों का भरपूर सहयोग मिला।
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