पूर्णिया /रुपोली: पूर्णाहुति के समय तन-मन सबकुछ भगवान के चरणों में समर्पण कर देना चाहिए, ध्यान भंग होने से फल मिलने की संभावना खत्म हो जाती है । उक्त बातें शिव -पार्वती विवाह के उपरांत शनिवार की सुबह श्रद्धालुओं द्वारा हवन के दौरान आपस में बातचीत एवं जल्दबाजी करते हुए देखेने के दौरान कही ।
यह बता दें कि प्रखंड क्षेत्र के हर षिव मंदिर में शिव -पार्वती विवाह का आयोजन किया गया था । इसमें सभी श्रद्धालु महाशिवरात्रि के दिन निर्जला व्रत किया था तथा उसकी पुर्णाहुति षनिवार को होना था । इसी तेलडीहा शिव मंदिर में पुर्णाहुति के दौरान श्रद्धालु हवन के दौरान विधि-विधान से पूजा ना करके जल्दी-जल्दी कर घर जाना चाहते थे ।
कुछ इसी को लेकर पुजारी अरूण कुमार ने सभी श्रद्धालुओं को टोकते हुए कहा कि विधि-विधान से पूजा नहीं करने से इसका फल नहीं मिलता है, इसलिए सभी श्रद्धालुओं को तन-मन को स्थिर करते हुए भगवान को समर्पण कर देना चाहिए ।
सभी श्रद्धालु पिछले 30 घंटों से निर्जला व्रत रखे हुए हैं, परंतु जब फल मिलनेवाला है, तभी वे हडबडी करते हुए भगवान से ध्यान हटाकर, घर जाने को आतुर हो जाते हैं । इसलिए हमेषा याद रखें जबतक पुर्णाहुति नहीं हो जाती है, तबतक भगवान को समर्पित रहना चाहिए । समर्पण की भावना से ही सबकुछ मिलता है । मौके पर सैकडो की संख्या में महिला एवं पुरूश श्रद्धालु उपस्थित थे ।
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