सहरसा, अजय कुमार: शहर में बढ़ती जाम की समस्या को देखते हुए सोमवार को जिला पदाधिकारी द्वारा ई-रिक्शा की संख्या में अधिकता को ध्यान में रखते हुए भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में ई-रिक्शा परिचालन सीमित करने के उद्देश्य से चार सदस्यीय संचालन समिति का गठन किया गया है। इस 4 सदस्यीय समिति में सदर अनुमंडल अधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, सदर थाना अध्यक्ष एवं यातायात प्रभारी को शामिल किया गया है।वही समिति को निदेशित किया गया कि भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में ई-रिक्शा का संचालन सीमित संख्या में एवं एक निश्चित समय अंतराल में चलाया जाए। उन्होंने कहा कि प्रायः ऐसा देखा जा रहा है कि ई-रिक्शा की संख्या अधिक होने से विभिन्न जगहों पर जाम की समस्या बढ़ गई है।अभी देखा जा रहा है कि अधिकतर ई रिक्शा बिना नंबर प्लेट के ही रोड पर चलाए जा रहे हैं। समिति को निर्देश दिया जाता है ई-रिक्शा की यूनियन अध्यक्ष व सचिव से समन्वय स्थापित कर 1 सप्ताह के अंदर शहरी क्षेत्रों में किस रूट एवं क्षेत्र में इतनी संख्या में ई-रिक्शा चलाई जाए तथा किस अंतराल पर चलाई जाए।
इसकी योजना तैयार कर प्रतिवेदन अधोहस्ताक्षरी को समर्पित करना सुनिश्चित करेंगे। सदर थाना अध्यक्ष, यातायात प्रभारी एवं जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया जाता है कि ई रिक्शा चालक द्वारा नियम या आदेश का अवहेलना करने पर मोटर यान अधिनियम 1988 धारा के तहत कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। जिसमें बिना निबंधन के संचालन करते पाए जाने पर धारा 192 के तहत ₹5000, बिना चालक अनुज्ञप्ति के धारा 181 के तहत ₹5000,तेज गति से वाहन चलाने पर 183 के तहत ₹2000,आदेश अवहेलना या जानकारी देने से मना करने पर धारा 179 के तहत ₹2000 तथा बिना इंश्योरेंस धारा 196 के तहत ₹2000 जुर्माना के प्रावधान किए गए हैं।