पूर्णिया (ANG INDIA NEWS) : सहयोग प्रांगण में सहयोग अध्यक्ष डॉ0 अजीत प्रसाद सिंह के द्वारा महान स्वतंत्रता सेनानी राम प्रसाद बिस्मिल की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की जांच के साथ साथ उनके बीच निशुल्क दवा का वितरण भी किया गया।
डॉ0 अजीत प्रसाद सिंह ने कोरोनावायरस के प्रति लोगों को जागरूक भी किया। इस अवसर पर डॉ0 अजीत ने बताया कि काकोरी कांड के महानायक पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की आज जयंती है। 11 जून 1897 को उन्होंने यूपी के शाहजहांपुर में जन्म लिया था। पूरा देश उन्हें बड़ी शिद्दत से याद करता है। वहीं गोरखपुर के लिए बिस्मिल एक अलग पहचान हैं। अपने जीवन के आखिरी चार महीने और दस दिन उन्होंने यहां के जिला जेल में बिताए थे। यह वक्त उनके आध्यात्मिक सफर का भी अंतिम पड़ाव था। फांसी के तीन दिन पहले ही उन्होंने अपनी आत्मकथा का आखिरी अध्याय पूरा किया था। 19 दिसंबर 1927 की सुबह 6:30 बजे गोरखपुर जिला जेल में उन्हें फांसी दे दी गई। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की और मंत्र पढ़ते हुए फंदे पर झूल गए।
उन्होंने नारा दिया था सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजु- ए- कातिल में है। कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए संस्थान सदस्य राहुल कुमार शर्मा, डॉ0 राजेश गोस्वामी, डॉक्टर सतीश ठाकुर, रंजीत रमन, प्रीतम कुमार, गुंजेश कुमार सिंह आदि ने अपना सराहनीय सहयोग दिया।