- स्वास्थ्य मेला के दौरान उचित परामर्श के साथ किया जाता है परीक्षण: सिविल सर्जन
- स्वास्थ्य मेला के आयोजन में सीएचओ की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण: डीपीसी
- नियमित रूप से एचडब्ल्यूसी पर स्वास्थ्य जांच कराने की आवश्यकता: एमओआईसी
पूर्णिया : राज्य स्वास्थ्य समिति के दिशा-निर्देश पर जिले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया है। मेला में स्थानीय मरीजों की उच्च रक्तचाप, मधुमेह, रक्तहीनता, टीबी, फाइलेरिया सहित कई प्रकार की जांच की गई। साथ ही उनकी देखभाल की गई। सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि स्वास्थ्य मेले में ज्यादातर मरीजों के स्वास्थ्य से संबंधित उचित परामर्श के साथ ही परीक्षण किया गया। वर्तमान समय में सर्दी, खांसी, जुकाम से पीड़ित और बरसात के दिनों में डायरिया और दस्त के मरीज़ों की संख्या ज्यादा होती है। सीएचओ के द्वारा परिवार नियोजन को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। जिसमें कॉपर टी, अंतरा जैसे- गर्भ निरोधक संबंधी जानकारी दी जाती है।
- स्वास्थ्य मेला के आयोजन में सीएचओ की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण: डीपीसी
जिला योजना समन्वयक डॉ सुधांशु शेखर ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) को गैर संचारी रोगों से सुरक्षा के लिए अभियान से जुड़ी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गयी है। स्वास्थ्य मेला के आयोजन में शत प्रतिशत सफलता में सीएचओ की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण होती है। क्योंकि ग्रामीण इलाकों में अवस्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत सीएचओ संबंधित क्षेत्र में सघन जांच करते हुए लक्षण वाले मरीजों की पहचान कर उन तक आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
![ज़िले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्वास्थ्य मेला का आयोजन Health fair organized at all health and wellness centers of the district](http://angindianews.com/wp-content/uploads/2023/07/IMG-20230715-WA0003-1024x768.jpg)
- नियमित रूप से एचडब्ल्यूसी पर स्वास्थ्य जांच कराने की आवश्यकता: एमओआईसी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजय कुमार ने बताया कि आमतौर पर लोगों को होने वाली प्रमुख बीमारियों में गैर संचारी रोग प्रमुख होता है। इसमें मुख्य रूप से कैंसर, उच्च व निम्न रक्तचाप, मधुमेह, मोतियाबिंद, अल्जाइमर, हृदय रोग से संबंधित बीमारियां ज्यादा होती हैं। इन बीमारियों के बारे में लोगों को बहुत देर से पता चलता है। इसलिए लोगों को इससे सुरक्षित रहने के लिए नियमित रूप से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में जांच कराते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाना चाहिए। बरसात के समय में जलजमाव की समस्या उत्पन्न होने की संभावना रहती है। जिस कारण संक्रामक के साथ हीं गैर संचारी रोगों के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है।
- ग्रामीणों को घर के नज़दीक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना पहली प्राथमिकता: बीएचएम
प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक किंकर घोष ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। ग्रामीणों को उनके घर के नजदीक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिलाने के उद्देश्य से एचडब्ल्यूसी पर स्वास्थ्य मेला आयोजित किया जाता है। जिसके माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराना विभाग का मुख्य उद्देश्य है।
- ग्रामीणों को आवश्यकतानुसार समुचित इलाज़ की व्यवस्था उपलब्ध:
सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी नरेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि लगभग 8 हजार की आबादी वाले हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण अपना इलाज़ कराने के लिए आते हैं। जिसको अपने स्तर से उचित परामर्श के बाद निःशुल्क दवा दी जाती है। स्थानीय गांव निवासी 45 वर्षीय हारून राशिद, 72 वर्षीय बुजुर्ग नजमुल, 28 वर्षीय अफ़ज़ल, 32 वर्षीय फातमा खातून एवं 65 वर्षीय जमाल ने बताया कि ज्यादातर मामलों में हमलोगों को स्थानीय सीएचओ के द्वारा समुचित परामर्श के बाद उचित उपचार किया जाता है। हालांकि कुछ बीमारियों में आवश्यकतानुसार सीएचसी या जिला मुख्यालय स्थित अस्पताल में रेफर कर दिया जाता, क्योंकि स्थानीय स्तर पर वृहत पैमाने पर इलाज की व्यवस्था उपलब्ध नहीं है।
![ज़िले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्वास्थ्य मेला का आयोजन Health fair organized at all health and wellness centers of the district](http://angindianews.com/wp-content/uploads/2023/07/IMG-20230715-WA0005-1024x768.jpg)
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