पूर्णिया: 1. Airport 4 Purnea ( एक अभियान) से जुड़े सभी प्रकार के संस्थाओं के सदस्य आयोजित धरना में शामिल होने की कृपा करें।
2. बिषय :- विमानन मंत्रालय के मुताबिक बिहार सरकार द्वारा 15 एकड़ अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण कर AAI को विधिवत सौंपना।
3. बिषयांकित मामले की सच्चाई यह है कि संशोधित प्लान के मुताबिक जबतक बिहार सरकार 15 एकड़ अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण कर केन्द्र सरकार को नहीं सौंपेगी तबतक Handover & Takeover की प्रक्रिया पूरी नहीं होगी।
4. विधिवत Handover & Takeover की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही पुर्णिया में एयरपोर्ट निर्माण कार्य प्रारंभ होने की उम्मीद की जा सकती है।
5. सूत्रों की मानें तो purnea civil society एवं Airport 4 Purnea ( एक अभियान) के लेकर पैड पर जिला पदाधिकारी पुर्णिया के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री बिहार को जो ज्ञापन सौंपा गया है उस ज्ञापन को पुर्णिया जिला प्रशासन द्वारा जिम्मेदारी के साथ बिहार सरकार को विधिवत भेजा गया है। यहां तक कि 15 एकड़ अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर चल रहे धरना कार्यक्रम का रिपोर्ट CID के अधिकारी ने मजबूती के साथ बिहार सरकार को भेजा है।इसके साथ ही सीधे ईमेल द्वारा भी बिहार सरकार को लगातार ज्ञापन भेजा जाता रहा है।
6. इस प्रकार माने तो Road connectivity और 15 एकड़ अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण का मामला बिहार सरकार के संज्ञान में है। बता दें कि सीमांचल के सांसदों, मंत्रियों और विधायकों की राजनीतिक इच्छाशक्ति की शून्यता और श्री नितीश कुमार, माननीय मुख्यमंत्री बिहार का सीमांचल के प्रति उदासीनता के कारण पुर्णिया में एयरपोर्ट निर्माण कार्य ठप्प है।
7. इसी के साथ यह भी जानने की जरूरत है कि सीमांचल के सत्ताधारी/ प्रतिपक्ष के सांसदों, मंत्रियों और विधायकों को श्री संजय कुमार झा, जो बिहार केबिनेट में मंत्री हैं, के काबिलियत एवं उनके कुटनीति से सीख लेने की जरूरत है। श्री संजय कुमार झा जी को दरभंगा में हवाई उड़ान और एयरपोर्ट निर्माण के लिए न तो उन्हें हवन करना पड़ा था और न ही नवाज पढ़ने की जरूरत पड़ी थी। इन्होंने अपने काबिलियत और ठोस पहूंच के बल पर दरभंगा में हवाई उड़ान की दिशा में सफलता हासिल की और इधर हमारे जनप्रतिनिधि लोग मुंह देखते रह गए , लेकिन यहां पर हमारे जनप्रतिनिधि लोग एयरपोर्ट के सवाल पर चुप्पी साधने में बड़ी सफलता हासिल की है। इसमें कोई शक नहीं है। देखना ये है कि सीमांचल के अगुआई करने वाले हमारे सांसद, मंत्री एवं विधायक महोदय इस बिषय पर कब अपना चुप्पी तोड़ते हैं ।
8. यह भी जानने की जरूरत है कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच रोड कनेक्टिविटी को लेकर हो रहे विवाद अब समाप्त है। इसलिए कि केन्द्रीय विमानन मंत्रालय द्वारा इसे तत्काल मान लिया गया है। विमानन मंत्रालय के मुताबिक दक्षिण दिशा में अधिग्रहित 52.18 एकड़ भूमि AAI द्वारा प्रस्तावित भूमि नहीं है , के बावजूद उक्त अधिग्रहित भूमि को तत्काल सही मानते हुए पुर्णिया में एयरपोर्ट निर्माण के लिए संशोधित प्लान के मुताबिक 15 एकड़ अतिरिक्त भूमि चाहिए, जिसे बिहार सरकार द्वारा अधिग्रहण कर केन्द्र सरकार को सौंपना है। इसी 15 एकड़ भूमि का अधिग्रहण करने में सीमांचल के सांसदों, मंत्रियों और विधायकों के चुप्पी के कारण राज्य सरकार जानबूझकर रुचि नहीं ले रही है , जो पुर्णिया में एयरपोर्ट निर्माण की दिशा में बिहार सरकार की कार्यशैली को रेखांकित करने के लिए काफी है।
9. यही वजह है कि सीमांचल के जनप्रतिनिधियों और राज्य सरकार की उदासीनता की वजह से आज सीमांचल के वरिष्ठ नागरिकों और बुद्धिजीवियों को जनहित में बिषयांकित एक सूत्री मांग की पुर्ति के लिए विगत कई महिनों से लगातार आन्दोलन करना पड रहा है।
10. इस बात पर विश्वास कर लेने की जरूरत है कि जो लोग किसी न किसी रूप में जब कभी भी इस धरना में शामिल हुए हैं या हो रहे हैं वही शेर के रूप में अगुआ चेहरा है जो धरना के माध्यम से सरकार तक सीमांचल के इस महत्वपूर्ण मांग को पहुंचाने में सक्षम है।
आगे बताते चलें कि इस आन्दोलन को तबतक जारी रखने का निर्णय लिया गया है, जबतक Airport 4 purnea ( एक अभियान) समिति द्वारा अगला कोई निर्णय नहीं लिया जाता है।
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