सहरसा,अजय कुमार: जानकी नवमी के अवसर पर वैदेही फाउन्डेसन की ओर से आरटीआई राजेंद्र भवन मे डॉ कुमकुम झा की अध्यक्षता एवं अमरनाथ झा के नेतृत्व एवं अखिलेश मिश्र के समायोजन में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में सहरसा जिले के तीन लोग सम्मानित हुए। इसमें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड डॉ शेफालिका वर्मा, शिक्षा क्षेत्र मे डीयु के प्रो. पंकज मिश्र तथा समाज सेवा में हरि शंकर तिवारी को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जानकी नवमी के औचित्यसम्पन्न के लिए क्रमशः तीन स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रथम श्रेणी में देश के विभिन्न भागों से शिक्षाविदों लेखकों एवं प्रोफेसरों के उद्बबोधन सीता के चरित्र और शक्ति को लेकर हुआ। इसमें खास करके प्रो. अनिल मिश्र दिल्ली विश्वविद्यालय, प्रो गीता सिंह,प्रो अनिल मिश्र निदेशक राजेन्द्र भवन, डा शीला टाबड़ी, नारायण कुमार एवं कुमकुम झा के उद्बबोधन ने सबको सीता के शक्ति से अवगत करवाया। दूसरे सत्र में पांच श्रेणी के अवार्ड दिए गये जिसमें स्वास्थ,कला संस्कृति, पत्रकारिता, समाजसेवा,उद्योग आदि के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए वैदेही सम्मान सबको सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वाले लोगों में लेखिका डा.शेफालिका वर्मा को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया।स्वास्थ के क्षेत्र में डा.पूजा दीवान को वैदेही शक्ति सम्मान से नवाजा गया।शिक्षा के क्षेत्र में डा. रमा सिंह,कला संस्कृति में नलिनी जोशी,समाज सेवा के क्षेत्र संध्या सिंह और रिमझिम सेकिया को सम्मानित किया गया।
सम्मान पाने वालों में डा.पूजा दीवान एवं शेफालिका वर्मा के उद्बबोधन सबको प्रभावित किया।इन दोनों के एक एक पंच लाइन पर लगातार तालियां बजती रही।तीसरा सत्र सांस्कृतिक संस्थानों के गीत संगीत और नृत्य प्रतियोगिता पर आधारित था। इसमें दुर्गा सप्तसती संस्था बच्चियों द्वारा अद्भुत नृत्य पेश किया गया। प्रेयस झा एवं सुकन्या झा के गीत ने सबके मन को मोह लिया।श्रुति मौसम,राम बाबू मंडल के साथ सभी अपने सुरीले संगीत से बांधने बाले किशोर वत्स के संगीत ने सबका भरपूर मनोरंजन किया। कार्यक्रम का सबसे बड़ा आकर्षण मिथिला भोज था। जिसमें भात दाल विभिन्न व्यंजन, तरुआ,आमका चटनी, सकरोड़ी, बड़ी,पापड़, घी, दही, चीनी और पान-सुपारी अखिलेश मिश्र माछ भात की ओर किया गया।इस अवसर पर सभी वक्ताओं एवं कलाकारों एक स्वर से राम नवमी की तरह सीता नवमी का भी सरकारी आयोजन और छुट्टी की मांग की। इस आयोजन में तन्नू मिश्रा,विमल जी मिश्र,राम चन्द्र जी,डा संतोष चौधरी,कामेश्वर चौघरी आदि का अद्भुत था।इस अवसर पर एक स्मारिका का भी विमोचन किया गया जिसके सम्पादक हरि शंकर तिवारी हैं।
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