डेस्क: फेस्टिवल सीजन दस्तक दे रहा है। आप फ्लाइट से घर जाने की प्लानिंग कर रहे होंगे। लेकिन इस साल फेस्टिवल में घर जाना या सर्दियों में फ्लाइट से सफर करना महंगा भी पड़ सकता है। किराये में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। इसके पीछे की बड़ी वजह है गो फर्स्ट एयरलाइन कंपनी। एयरलाइन अधिकारियों ने कहा कि गो फर्स्ट के अंतरराष्ट्रीय उड़ान अधिकारों पर कोर्ट द्वारा लगाई गई रोक भारतीय एयरलाइन्स को पॉपुलर रूट पर ज्यादा फ्लाइट्स तैनात करने से रोक रही है। माना जा रहा है कि आने वाले समय में खासकर आगामी फेस्टिवल सीजन और सर्दियों के मौसम में आपको हवाई यात्रा करने के लिए ज्यादा पैसा देना पड़ सकता है।
- लिमिट से ज्यादा फ्लाइट का ऑपरेशन नहीं
उड़ान अधिकार सरकारों की तरफ से अपने देशों की एयरलाइनों को द्विपक्षीय पारस्परिक आधार पर अलॉट किए जाते हैं। इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, कोई भी एयरलाइंस अलॉट किए गए लिमिट से ज्यादा फ्लाइट का ऑपरेशन नहीं कर सकतीं। एविएशन इंडस्ट्रीज एग्जिक्यूटिव के मुताबिक, घरेलू एयरलाइन गो फर्स्ट ने अपने दिवालिया होने को लेकर एप्लीकेशन फाइल करने से पहले कई इंटरनेशनल रूट के लिए फ्लाइंग राइट्स हासिल कर लिए थे।
- गो फर्स्ट के नाम अलॉट की हुई हैं ये सीटे
खबर के मुताबिक, गो फर्स्ट ने प्रति सप्ताह थाइलैंड के लिए 8000 सीट्स, मलेशिया के लिए 3000 सीट्स, अबू धाबी के लिए 9000 सीट्स, सिंगापुर के लिए 1200 सीट्स अलॉट करा लिया था। इसमें बताया गया कि भारतीयों के लिए ये एयर रूट्स काफी पॉपुलर रहे हैं और इनके डिमांड में भी बड़ा उछाल देखने को मिला है। लेकिन सरकार अब दूसरी एयरलाइन कंपनियों को गो फर्स्ट के राइट्स को रीलोकेट करने पर सहमत नहीं है। नतीजा यह है कि एयरलाइन कंपनियां इन रूट्स पर अपनी फ्लाइट्स तैनात नहीं कर पा रही हैं।
- ये फैक्टर भी बढ़ा सकते हैं एयर फेयर
हवाई किराए में बढ़ोतरी की और वजह है एयर टर्बाइन फ्यूल यानी एटीएफ की कीमत में उछाल का आना। बता दें, एयरलाइन कंपनियों के ऑपरेशन में सबसे ज्यादा लागत में एटीएफ की हिस्सेदारी होती है। मासिक आधार पर एटीएफ की कीमत में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली है। एग्जिक्यूटिव का कहना है कि अगले महीने भारत में आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड होने जा रहा है। ऐसे में डिमांड और सप्लाई में मिसमैच होगा।
Tiny URL for this post: