पूर्णिया: सरस्वती पूजा को लेकर मंगलवार को पूर्णिया के सभी धार्मिक, शैक्षणिक ,सामाजिक, सांस्कृतिक संगठन के प्रमुख लोगों ने बैठक आयोजित कर सामुहिक निर्णय लिया कि इस बार का सरस्वती पूजा हर्षोल्लास एवं शांति पूर्वक, मर्यादित और सांस्कृतिक तरीके मनाया जाएगा। 14 फरवरी को पूजा और 15 फरवरी को विसर्जन विभिन्न घाटों पर किया जाएगा। रास्ते में एवं घाटों पर प्रशासनिक व्यवस्था रहेगी। पूजा एवं भसान के नाम पर असमाजिक हरकत करने वाले पूजा समिति, इंस्टीट्यूट, स्कूल पर प्रशासनिक नजर रखी जाएगी। अशोभनीय, अमर्यादित आचरण, अश्लील नाच -गाना,मादक पदार्थ सेवन पर प्रशासन के द्वारा प्रतिबंध और कार्रवाई का निर्णय लिया गया है। इस आलोक में पूर्णिया के सभी सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक संगठन – विश्व हिन्दू परिषद्, बजरंगदल, श्रीराम सेवा संघ, बालाजी सेवा संघ, हिन्दू युवा वाहिनी, विश्व हिन्दू रक्षा संगठन, शैक्षणिक इंस्टीट्यूट समिति,मां पुरणदेवी न्यास समिति, महादेव सेना संघ, साइकिल एसोसिएशन, सहित दर्जनों संगठन के प्रमुख लोगों ने सरस्वती पूजा आयोजन समिति और शिक्षार्थियों से अनुरोध किया है कि इस बार का सरस्वती पूजा हर्षोल्लास पूर्वक धार्मिक एवं सांस्कृतिक मर्यादा के अनुरूप धूमधाम से मनावें।
अश्लील और द्विअर्थी गाना, भोजपुरी,फिल्मी गीत और अमार्यादित स्टेज प्रोग्राम नहीं करें। अपने समृद्ध संस्कृति और अच्छे संस्कारों का परिचय दें। पिछले वर्ष सरस्वती पूजा के आर में कुछ अश्लील और फूहड़ आचरण व्यवहार किया गया था जो अपने समृद्ध भारतीय सनातन संस्कृति का अपमान है। जिला प्रशासन ने भी सभी संगठनों से सरस्वती पूजा हर्षोल्लास एवं शांतिपूर्वक मनाये जाने में सहयोग का अनुरोध किया है। पूजा के आर में ग़लत हरकत और आचरण पर पुलिस प्रशासन कठोर कार्रवाई करेगी।