सहरसा, अजय कुमार: शहर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित तरुण झा के अनुसार कल 27 मार्च सोमवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके अगले दिन 28 मार्च मंगलवार को उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देकर यह छठ पर्व संपन्न होगा। हिंदू पंचांग के अनुसार छठ का पर्व साल में दो बार पहला चैत्र और कार्तिक माह में मनाया जाता है। लोक आस्था का महा पर्व छठ मुख्यतौर पर बिहार एवं अन्य प्रांतो में धूमधाम से मनाया जाता है। चैती छठ चार दिन तक चलने वाला त्योहार है। चैती छठ में सूर्य की उपासना की जाती है। यह पर्व चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होता है और सप्तमी को उगते सूर्य को अर्ध्य देने के बाद समाप्त होता है। संतान के स्वास्थ,अच्छे भविष्य और उसकी रक्षा के लिए महिलाएं चैती छठ पर व्रत रखती है।
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