सहरसा, अजय कुमार: सहरसा में एम्स निर्माण की मांग को लेकर बंद समर्थकों ने शहर के अलावा थोड़ी देर के लिए रेल चक्का भी जाम किया। सोमवार दोपहर पूर्व सांसद आनंद मोहन के साथ हजारों की संख्या में बंद समर्थक दोपहर 12:30 पर पर सहरसा जंक्शन प्लेटफार्म नंबर 3 पर पहुंचे। उसी समय सियालदह सहरसा हाटे बाजार एक्सप्रेस सहरसा जंक्शन पहुंची थी। बंद समर्थक इंजन पर चढ़कर एम्स निर्माण की मांग को लेकर नारेबाजी की करीब 5 मिनट तक समर्थक इंजन पर चढ़ रहे। जिसके बाद समर्थकों ने बंगाली बाजार रेलवे फाटक संख्या 31 पर रुक कर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस दौरान किसी भी ट्रेन का परिचालन बाधित नहीं किया गया। इस मौके पर बंद समर्थक मदन जीत सिंह चौहान ने कहा कि सहरसा में एम्स निर्माण हर कोसी क्षेत्र के लोगों की जरूरत है। लंबे समय से इसकी मांग की जा रही है। पूर्व सांसद ने इस मांग को उठाकर गरीब गुरबा के हित में काम किया है। इस दौरान एम्स निर्माण संघर्ष समिति के दिग्विजय सिंह,बसंत कुमार सिंह, पूर्व मुखिया अजय कुमार सिंह, सियाराम सिंह, गुणेश्वर सिंह सहित हजारों की संख्या में समर्थक मौजूद थे। एम्स निर्माण की मांग को लेकर रेल चक्का जाम की स्थिति को देखते हुए पहले से ही रेलवे अलर्ट थी। सैकड़ों की संख्या में आरपीएफ के अतिरिक्त पुलिस बल और जीआरपी के जवान लगाए गए थे। चप्पे-चप्पे पर आरपीएफ और जीआरपी सहित लोकल पुलिस की तैनाती की गई थी।
रेलवे फाटक संख्या 30 सर्वा ढाला, फाटक संख्या 31 बंगाली बाजार, कचहरी ढाला शिवपुरी ढाला पूरब बाजार रेलवे गुमटी पर आरपीएफ जीआरपी और लोकल पुलिस की तैनाती की गई थी ताकि किसी भी सूरत में ट्रेन परिचालन बाधित ना हो। सहरसा बंद को लेकर बरौनी रेल डीएसपी गौरव पांडे और समस्तीपुर डिवीजन के आरपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट टीएस गेपा कुमार खुद से बंगाली बाजार रेलवे फाटक संख्या 31 पर खड़े होकर मानिटरिंग कर रहे थे। हालांकि बंद समर्थकों द्वारा परिचालन व्यवस्था बाधित नहीं किया गया। सभी ट्रेन नियत समय से प्रस्थान की थोड़ी देर के लिए पूर्व सांसद आनंद मोहन के साथ काफी संख्या में समर्थक सहरसा जंक्शन पर पहुंचे थे। हाटे बजारे एक्सप्रेस के इंजन पर चढ़कर समर्थक ने प्रदर्शन किया। इसके बाद पूर्व सांसद और रेल सुरक्षा अधिकारी के कहने पर सभी वापस लौटे। वही सुरक्षा में आरपीएफ इंस्पेक्टर वंदना कुमारी, एएसआई रवि रंजन कुमार, जीआरपी के थाना प्रभारी सुमन कुमार सिंह सहित काफी संख्या में पुलिस बल तैनात थे।
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