- शिक्षा में बेहतर सुधार से खुशी, विद्यालय भवन बनाने एवं संसाधन की मांग उठी
- मनरेगा से पंचायत समिति सदस्यों के साथ सौतेला व्यवहार को लेकर भी उठी आवाज
पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: मुख्यालय स्थित फैसिलिटी भवन में मंगलवार को आंगनबाडी केंद्रों में सुधार नहीं होने को लेकर एकओर जहां जमकर हंगामा हुआ, वहीं शिक्षा में बेहतर सुधार से खुशी जाहिर की, जबकि भवन, संसाधन के अभाव में छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी को लेकर आवजें उठीं। उक्त बातें बैठक में शामिल जनप्रतिनिधियां ने उठायी। बैठक की अध्यक्षता प्रमुख प्रतिमा कुमारी ने किया। मौके पर नाथपुर के पंचायत समिति सदस्य अनंत कुमार झा आंगनबाडी केंद्रां की बदतर स्थिति पर आवाज उठाते हुए कहा कि वे हमेशा ही पंचायत समिति की बैठक में आंगनबाडी की दुर्दशा पर आवाज उठाते रहे हैं, परंतु इसओर को सुनवाई नहीं हो पायी है तथा इसकी हालत बद-से-बदतर होती चली जा रही है। मौके पर महिला पर्यवेक्षक ने आश्वासन दिया कि इसमें सुधार के लिए कदम उठाएंगी। धूसर टीकापट्टी पंचायत की मुखिया शांति देवी ने कहा कि प्रखंड में शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार हुए हैं, परंतु शिक्षक, भवन, संसाधन के अभाव में बच्चों को समुचित शिक्षा नहीं मिल पा रही है। महात्मा गांधी के सपनों को साकार करने के उद्देश्य से बनाए गए बुनियादी विद्यालयों की हालत काफी गंभीर है। टीकापट्टी स्थित बुनियादी विद्यालय में भवन नहीं रहने के कारण बच्चे धूप, वर्षा, ठंडी में बाहर बैठने को मजबूर हैं। जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 15 नवंबर 2019 को ही इस विद्यालय की दुर्दशा स्वयं देखकर गए थे तथा आश्वासन दिया था कि वे इसके लिए कदम उठाएंगे। उनके पंचायत में आशा की बहाली नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रही है।
मौके पर बीईओ संजय कुमार सिंह ने कहा कि वे हमेशा ही शिक्षा में सुधार के लिए प्रयास कर रहे हैं, भवन आदि की समस्या को लेकर वे वरीय अधिकारियों से अवगत कराएंगे। ठीक इसी तरह पंचायत समिति सदस्य रामप्रवेश महतो ने कहा कि सैराटोला गांव में विद्यालय भवन वर्षो से अधूरा है, उसओर किसी का ध्यान नहीं गया है। मनरेगा योजना में पंचायत समिति सदस्यों को उपेक्षित रखा जा रहा है। श्रम पदाधिकारी रंजीत चौधरी ने जनप्रतिनिधियों को जानकारी दी कि किसी भी मजदूर की मौत हो, वे उनके यहां आवेदन करें, उन्हें सरकारी नियमानुसार सहायता की जाएगी। इसके अलावा भी अन्य मुदों पर चर्चाएं हुईं। इस अवसर पर बीडीओ अरविंद कुमार, बीपीआरओ प्रीतम जायसवाल, बीईओ संजय कुमार सिंह, श्रम पदाधिकारी रंजीत चौधरी, डॉ नीरज कुमार, मुखिया शांति देवी, मुखिया पवित्री देवी, मुखिया अमीन रविदास, मुखिया आरती देवी, मुखिया प्रिया कुमारी, सुलोचना देवी, मुखिया शीला भारती, मुखिया कैलाश जायसवाल, मुखिया जानकी देवी, मुखिया पंकज यादव, पंचायत समिति सदस्य मिथिलेश साह, जर्वन झा, सुनील मंडल, कैलाश मुनि, रामप्रवेश महतो, राजा कुमार सहित दर्जनों की संख्या में जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद थे।
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