पूर्णिया: आज यहां फुटबॉल टूर्नामेंट में दर्शकों की उमड़ी भीड़ इस बात का गवाह है कि आज भी खेल ग्रामीण क्षेत्रों में जिंदा है। ग्रामीण क्षेत्रों में खेल -कूद प्रतियोगिता की परंपरा कायम रहना सुखद भविष्य का संकेत है। निश्चित रूप से आज खेल में भी कॅरियर की संभावना है। माननीय नीतीश कुमार जी की सरकार तो अब खेलों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी भी दे रही है। उक्त बातें शुक्रवार को सांसद संतोष कुशवाहा ने पूर्णिया पूर्व प्रखण्ड के महेन्द्रपुर स्थित कर्बला मैदान में फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले का उद्घाटन करते हुए कही। सांसद श्री कुशवाहा ने कहा कि खेल हमे अनुशासन और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा सिखाती है। उन्होंने जितने और हारने वाले दोनों टीम को शुभकामना देते हुए कहा कि खेल को खेल भावना से खेला जाना चाहिए। हार हो या जीत आपके लिए एक चुनौती है। ग्रामीणों की मांग पर सांसद श्री कुशवाहा ने आश्वस्त किया कि कर्बला खेल मैदान को मिनी स्टेडियम में तब्दील किया जाएगा और यहां खिलाड़ियों के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। कार्यक्रम को जिला कांग्रेस अध्यक्ष नीरज सिंह उर्फ छोटू सिंह ने भी संबोधित किया।
वहीं सांसद श्री कुशवाहा रानीपतरा के दरगहा खेल मैदान में आदिवासी नवयुवक विकास समिति द्वारा आयोजित 15 दिवसीय क्रिकेट टूर्नामेंट के समापन समारोह में शामिल हुए। यहां रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के बीच सांसद श्री कुशवाहा का ग्रामीणों और समिति द्वारा भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर उन्होंने टूर्नामेंट के विजेता और उपविजेता टीम के बीच ट्रॉफी का वितरण किया।उन्होंने दोनों टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जीत और हार दोनों को समान रूप से स्वीकार किए जाने की जरूरत है। क्योंकि न तो कोई जीत आखिरी जीत होती है और न ही कोई हार आखिरी हार होती है। श्री कुशवाहा ने कहा कि उम्मीद करते हैं की इसी तरह के ग्रामीण इलाके से भी कोई विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव पैदा होगा और इस तरह के प्रतियोगिता की सार्थकता साबित होगी। इस मौके पर चंदन पटेल, शिव कुमार सिंह, राजेश राय, महेश कुमार सिंह, विनोद मेहता, राम चंद्र सिंह, प्रो कमलेश्वरी मेहता, मनोज कुमार मोनू, आशीष मेहता, राजेश गोस्वामी, तपेश यादव, गणेश यादव, मो साऊद, अब्दुल वाहिद, परवेज आलम, मदन मोहन मंडल, मो संबुल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
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