शक की सुई चालक पर घुमती नजर आ रही है, पुलिस हर पहलु पर नजर गडाए होने की बात कर रही है
पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: टीकापट्टी थाना क्षेत्र में दो घटनओं ने लोगों के जेहन में भय एवं आतंक का माहौल कायम कर दिया है। लोग यह मानने लगे हैं कि पता नहीं कब कहां वे लूटे चले जाएं। वहीं एक बात यह भी सामने आयी है कि पुलिस के बार-बार निर्देश के बाद भी कोई भी व्यवसायी या अन्य कोई लोग ज्यादा रूपये ले जाने को लेकर पुलिस को सुरक्षा को लेकर खबर नहीं किया जाता है, जिससे लोगों को अपराधियों द्वारा आसानी से घटना को अंजाम दिया जाता है। यह बता दें कि पिछले माह 25 अप्रील को छर्रापटी के सीएसपी संचालक अमर कुमार जायसवाल से 3.27 लाख रूपये की लूटकांड एवं 20 मई को बहदूरा के किराना व्यवसायी मुनेश्वर साह से 3.85 हजार की सरेआम हथियार के बल पर लूट, लोगों को दहला दिया है। अबतक कोई भी सफलता पुलिस को हाथ नहीं लगी है। सीएसपी संचालक अमर कुमार जायसवाल को तेलडीहा गरीबघाट के बीच एसएच 65 पर लूटा गया था। जबकि लूट के दौरान स्थानीय मजदूरों ने विरोध भी किया था, परंतु हथियार के आगे सभी सहमकर पीछे हटने पर मजबूर हो गए थे। व्यवसायी मुनेष्वर साह की लूट भी तेलडीहा एवं तीनटंगा मोड के बीच एसएच 65 पर पुलिस रूपौली टीकापट्टी पुलिस थाना सीमा पर लूटा गया था। व्यवसायी लूटकांड में इतना तो अवश्य बताया जा रहा है तथा सूत्रों के हवाले से खबर है कि अपराधी बहदूरा से ही व्यवसायी का पीछा कर रहे थे। उन्हें सटीक मौका एसएच 65 पर मिला तथा हथियार के बल पर लूट लिया। आश्चर्य तो यह है कि डीसीएम मालवाहक का चालक एक बाइक चालक के सिर्फ गाडी रोकने की बात कहने पर सुनसान सडक पर कैसे रोक दिया जाता है।
पुलिस इसी को केंद्रित करके अपना अनुसंधान आगे बढा रही है। चालक अकबरपुर ओपी के बांकी गांव का रहनेवाला है। इस गांव में कई ऐसे चर्चित अपराधी रहे हैं, जिनकी हमेशा ही पुलिस को तालाश रहती है। दूसरी ओर पुलिस चालक सहित अन्य उससे जूडे लोगों के कॉल रिकॉर्ड भी खंगाल रही है। यह भी बता दें कि यहां के व्यवसायी या अन्य लोग पुलिस के लाख कहने के बाद भी अपनी सुरक्षा के लिए रूपये ले जाने के दौरान खबर नहीं करते हैं। जबकि पुलिस का कहना है कि अगर ज्यादा राशि है, तब उसे खबर करे, वह मंजिल तक सुरक्षित पहूंचा देंगे। आखिर क्या कारण है कि लोग लूट जाना तो पसंद करते हैं, परंतु पुलिस से संपर्क नहीं करते हैं। व्यवासायिकों के बारे में अक्सर बताया जाता है किस वे टेक्स बचाने के लिए नगदी का ज्यादा लेनदेन करते हैं, कुछ इसी कारण वे पुलिस को खबर करने से कतराते हैं। 25 मई को अकबरपुर ओपी के भिखना गांव में एक युवक द्वारा भीड पर कट्टा तान देना, निष्चित रूप से अपराधियों के बढते मनोबल को दर्शा रहा है। कुल मिलाकर अपराधी अपराध करके सीधा सकुशल निकलते चले जा रहे हैं, परंतु पुलिस लकीर का फकीर बनी हुई है। देखें पुलिस कब इन दोनों वारदातों में शामिल अपराधियों को अंजाम तक पहूंचाती है। वही इस सम्बन्ध में एसडीपीओ रमेश कुमार ने बताया की व्यवसायी लूटकांड में कुछ चेहरे को चिन्हित कर लिया गया है, बहुत ही जल्द इस लूट का खुलासा कर लिया जाएगा।
