पूर्णिया, अभय कुमार सिंह: विजय मोहनपुर पंचायत के राजस्व कर्मचारी ज्ञान कुमार को पूर्व में जानबूझकर दाखिल-खारिज को अस्वीकृत किये जाने तथा गलत मंषा से स्वीकृत किये जाने, साथ ही रिश्वत लेने के मामले में ऑडियो वायरल होने की जांच के बाद, तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है तथा विभागीय कार्रवाई के लिए संबंधित पदाधिकारी को निर्देषित किया गया है। ज्ञान कुमार के निलंबन की सूचना मात्र से क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर दौड गई तथा उन्होंने डीएम, एसडीओ एवं डीसीएलआर को निष्पक्ष जांच के लिए बधाई दी है। यह बता दें कि विजय मोहनपुर पंचायत के राजस्व कर्मचारी ज्ञान कुमार के खिलाफ रिश्वतखोरी एवं अभद्र व्यवहार के खिलाफ पीडित नारायण मंडल एवं पंचायत के सरपंच गौतम कुमार गुप्ता एसडीओ राजीव कुमार एवं डीसीएलआर विनय कुमार के पास सोमवार को लिखित शिकायत देते हुए, अपनी व्यथा विस्तार से सुनाया था। शिकायत-पत्र में नारायण मंडल ने 30 हजार रूपये म्यूटेशन करने के नाम पर लेने तथा काम नहीं करने पर मोबाइल से पैसे वापस करने की मांग करने पर, अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया था।
वहीं सरपंच गौतम कुमार गुप्ता ने भी पीडित नारायण मंडल के साथ ज्ञान कुमार द्वारा रिश्वत लेने तथा वापस करने की मांग करने पर अभद्र भाषा से संबंधित वायरल ऑडियो के अपने मोबाइल नंबर 9771993571 से बातचीत करने की सत्यता को लेकर आवेदन दिया गया था तथा रिश्वत लेने एवं अभद्र व्यवहार करने की भी पुष्टि की गई थी। ऑडियो रविवार को वारयल हुआ था तथा ऑडियो की क्लिप डीसीएलआर विनय कुमार के पास भी पहूंची थी। पीडित नारायण मंडल एवं सरपंच गौतम कुमार गुप्ता के द्वारा शिकायत-पत्र मिलते ही एसडीओ राजीव कुमार एवं डीसीएलआर विनय कुमार ने इसकी सूचना तत्काल डीएम कुंदन कुमार को दी थी। शिकायत को सत्य पाते ही डीएम कुंदन कुमार ने तत्काल प्रभाव से कार्रवायी करते हुए राजस्व कर्मचारी ज्ञान कुमार को निलंबित करने तथा उनपर विभागीय कार्रवायी करने का निर्देश संबंधित अधिकारी को दिया है। मौके पर सरपंच गौतम कुमार गुप्ता एवं पीडित नारायण मंडल ने ज्ञान कुमार पर कार्रवायी के लिए सभी अधिकारियों को बधाई देते हुए, खुशियां जाहिर करते हुए कहा कि ज्ञान कुमार से यहां के हर लोग त्रस्त थे, शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा, जो जमीन मामले में ज्ञान कुमार के पास गया और रोकर नहीं लौटा हो। उसने एक पिता तूल्य व्यक्ति के साथ अभद्र व्यवहार किया, उसी की सजा भगवान ने दी है।
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